बिहार विश्वविद्यालय में वेतन से ज्यादा है रिटायर्ड कर्मियों के पेंशन, 940 करोड़ के बजट को मंजूरी
वित्त विभाग ने कुल 927 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन चर्चा के दौरान कुछ मदों में बजट बढ़ाने पर सहमति बनी. वित्त अधिकारी विनोद सिंह ने बताया कि करीब 940 करोड़ रुपये का बजट अब होगा. एक हफ्ते में संशोधित करके सरकार को बजट भेज दिया जायेगा.
मुजफ्फरपुर. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में वेतन से ज्यादा रिटायर्ड शिक्षक-कर्मचारियों के पेंशन सहित रिटायरल बेनिफिट पर खर्च होता है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में वेतन, पेंशन सहित विश्वविद्यालय स्तर पर होने वाले अन्य खर्च का प्रस्ताव वित्त समिति से कुछ संशोधन के साथ स्वीकृत हो गया. वित्त विभाग ने कुल 927 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन चर्चा के दौरान कुछ मदों में बजट बढ़ाने पर सहमति बनी. वित्त अधिकारी विनोद सिंह ने बताया कि करीब 940 करोड़ रुपये का बजट अब होगा. एक हफ्ते में संशोधित करके सरकार को बजट भेज दिया जायेगा.
2024-25 के लिए तैयार एस्टिमेटेड बजट रखा गया
रविवार को कुलपति प्रो शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक उनके आवास पर हुई. इसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए तैयार एस्टिमेटेड बजट रखा गया. इसे कुछ संशोधन के साथ समिति ने स्वीकृति दे दी. बैठक में कुलसचिव प्रो संजय कुमार के साथ ही सदस्य डॉ नारायण दास, डॉ सुनील कुमार, डॉ कनुप्रिया व डॉ सुनील कुमार थे. वित्त अधिकारी ने बताया कि अक्टूबर में कैबिनेट की बैठक में सभी विश्वविद्यालयों का बजट स्वीकृत होता है. इसके लिए सितंबर में ही वित्त समिति से अप्रुव्ड एस्टिमेटेड बजट भेजना है.
सीनेट से स्वीकृत कराकर फाइनल बजट भेजा जायेगा
सरकार की ओर से कहा गया है कि अभी वित्त समिति से अप्रुव्ड कराकर एस्टिमेटेड बजट भेज दें. इसके बाद सिंडिकेट और सीनेट से स्वीकृत कराकर फाइनल बजट भेजा जायेगा. बता दें कि पहले सिंडिकेट और सीनेट से बजट स्वीकृत कराने के चक्कर में विलंब हो जाता था. इसके चलते कई योजनाएं प्रभावित होती थी. अब अनुमानित बजट के आधार पर कैबिनेट से विश्वविद्यालयों के लिए राशि आवंटित कर दिया जायेगा, तो वित्तीय वर्ष के शुरुआत से ही राशि उपलब्ध हो जायेगी.
पैट में शिक्षकों को प्रतियोगी परीक्षाओं के बराबर मिलेगा मानदेय
मुजफ्फरपुर. अब विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाले पीएचडी एडमिशन टेस्ट में ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को बीएड प्रवेश परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के समान ही मानदेय मिलेगा. कुलपति प्रो शैलेंद्र चतुर्वेदी की अध्यक्षता में हुई परीक्षा बोर्ड की बैठक में इस पर सहमति बन गयी. पैट ड्यूटी के मानदेय को लेकर शिक्षकों में असंतोष था. इसको बढ़ाने की मांग चल रही थी. परीक्षा विभाग की ओर से बोर्ड की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा गया, जिसे स्वीकृति मिल गयी.
कॉपी फिर से देखी जायेगी
परीक्षा नियंत्रक प्रो टीके डे ने बताया कि एजेंडे में छात्रों के परीक्षा परिणाम से संबंधित मामले भी रखे गये थे. कुछ छात्रों ने मार्क्स कम होने की शिकायत की थी, जिस पर निर्णय हुआ कि उनकी कॉपी फिर से देखी जायेगी. वहीं कोर्ट के आदेश के क्रम में भी परिणाम जारी करने का निर्णय हुआ है. बैठक में कुलसचिव प्रो संजय कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ अभय कुमार सिंह, डॉ सतीश कुमार राय आदि थे.
हेवी आइटम की खरीद पर निगरानी को बनेगी कमेटी
विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिकल गुड्स की खरीददारी पर निगरानी के लिए कमेटी गठित की जायेगी. कुलपति प्रो शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने सेल्स एंड परचेज कमेटी की बैठक में इसको लेकर निर्देश दिया. वहीं परीक्षा विभाग के लिए ब्लैंक आंसर शीट की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया. कहा गया कि पुरानी एजेंसी से क्रय करने पर पुराना दर देना होगा. ऐसे में टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाये. परीक्षा विभाग के लिए वाहन की खरीद के प्रस्ताव और कुलपति आवास के लिए दो एयर कंडीशनर खरीदने के प्रस्ताव को कमेटी ने मंजूरी दे दी. स्टेशनरी खरीद सहित अन्य प्रस्ताव भी स्वीकृत किये गये.