काम की खबर: पेंशनर लाइफ सर्टिफिकेट बैंक बिना गये भी करा सकते है अपडेट, घर बैठे जाने कैसे

अब बिना बैंक गए भी पेंशनर लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट करा सकते हैं. पेंशनभोगी डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र के तहत इसका लाभ उठा सकते है. इससे बुजुर्गों को काफी आसानी हो जाएगी. ये पेंशनर खुद से भी अपने मोबाइल से यह कर सकते हैं. आइये जानते हैं कैसे..

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2022 6:30 AM

वरिष्ठ नागरिकों के लिए सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है. जीवन के इस पड़ाव में उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाकर उनकी ज़रूरतें पूरी करने में और आपातकालीन परस्थितियों में उनकी सहायता करता है. रिटायरमेंट के बाद बैंक जैसे अधिकृत पेंशन संवितरण एजेंसी में अपना जीवन प्रमाण-पत्र जमा कराना पड़ता है, जिसके बाद ही उन्हें पेंशन दी जाती है.

जीवन प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए पेंशनभोगी को अधिकृत पेंशन संवितरण एजेंसी में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहना पड़ता है, या फिर जिस कार्यालय में वह काम करते थे वहां के प्राधिकारी द्वारा जारी किया गया जीवन प्रमाण-पत्र संवितरण एजेंसी को उपलब्ध कराना पड़ता है. यह पेंशनभोगियों के लिए सबसे बड़ी समस्या है. जो वृद्ध और शारीरिक रूप से कमजोर हैं और जो जीवन प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए हर समय प्रमाणन प्राधिकारी के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं रह सकते. जिसके कारण पेंशन प्राप्त करने में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

इसे दूर करने के लिए भारत सरकार की पेंशनभोगी डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है योजना का उद्देश्य जीवन प्रमाण-पत्र प्राप्त करने की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बनाकर इसे आसान बनाना है. एलडीएम बीके पांडेय ने बताया कि अब डिजिटल प्रणाली के तहत पेंशनर कही से भी अपना लाइफ सर्टिफिकेट दे सकते है. पेंशनर खुद से भी अपने मोबाइल से यह कर सकते है, नहीं तो अधिकृत सेंटर व कुछ बैंक शाखाओं में यह सुविधा उपलब्ध है. इधर, इस संबंध में क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त (द्वितीय) मनीष मणि ने बताया कि अब यह प्रक्रिया बहुत आसान हो चुकी है. जरूरी कागजात के साथ लाभुक को सेंटर पर पीपीओ नंबर, आधारनंबर, बैंक एकाउंट और मोबाइल नंबर देना होता है. इसके बाद बायोमिट्रिक से उनका लाइफ सर्टिफिकेट जीवन प्रमाण पर अपडेट होता है. जो स्वत इपीएफ कार्यालय को मिल जाता है. इसके बाद लाभुक का पेंशन शुरू हो जाता है.

कैसे करे उपयोग

इसमें पेंशनभोगियों के बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए आधार नंबर का प्रयोग किया जाता है. इसके अंतर्गत दस्तावेजों के प्रमाणीकरण हेतु पेंशनभोगियों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने की जरूरत नहीं है. आप अपनी बायोमेट्रिक अर्थात उंगलियों के निशान या आंख की पुतली का प्रमाण देकर अपना प्रमाणीकरण करा सकते हैं. जीवन प्रमाण- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है ऑनलाइन बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए आधार संख्या का प्रयोग करता है. आप कंप्यूटर और मोबाइल पर उपलब्ध एप्लीकेशन या नजदीकी जीवन प्रमाण केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं. इसके लिए आपको आधार संख्या, पेंशन भुगतान आदेश संख्या, बैंक खाता संख्या, बैंक का नाम, मोबाइल नंबर की जानकारी देनी होगी. आप जीवन प्रमाण वेबसाइट- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है पर जीवन प्रमाण आईडी या आधार संख्या की जानकारी प्रदान कर अपना प्रमाण-पत्र पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं. इस प्रमाण-पत्र को जीवन प्रमाण-पत्र कोष में रख दिया जाता है ताकि पेंशनभोगी व पेंशन संवितरण एजेंसी कहीं भी व किसी भी समय इसे देख सकते हैं.

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