बिहार के इस जिले की 60 सरकारी स्कूलों पर लोगों ने कर रखा है कब्जा, शिक्षा विभाग अब करायेगा खाली
सरकारी स्कूलों की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. कई सालों से अतिक्रमण की चपेट में आयी जमीनों को अब शिक्षा विभाग अतिक्रमण हटाने की मुहिम को शुरू करने की कागजी प्रक्रिया शुरू की है.
गोपालगंज. सरकारी स्कूलों की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. कई सालों से अतिक्रमण की चपेट में आयी जमीनों को अब शिक्षा विभाग अतिक्रमण हटाने की मुहिम को शुरू करने की कागजी प्रक्रिया शुरू की है.
गोपालगंज के प्रारंभिक और उत्क्रमित स्कूलों में एक-दो नहीं, बल्कि 60 ऐसे सरकारी स्कूल हैं, जिनकी जमीन पर स्थानीय लोगों का कब्जा है. ‘प्रभात खबर’ ने ऐसे सरकारी स्कूलों की पड़ताल की, जिसमें कई तथ्य सामने आये. कहीं दबंगता के कारण स्कूलों की जमीन पर कब्जा किया गया है, तो नेताओं की सह के कारण स्कूलों की जमीन पर कब्जा किया गया है.
सबसे अधिक भोरे प्रखंड में सरकारी स्कूलों की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. पड़ताल में सामने आया कि यहां पर 16 सरकारी स्कूलों की जमीन पर अतिक्रमण किया गया है, जबकि विजयीपुर इकलौता ऐसा प्रखंड पाया गया, जहां पर एक भी सरकारी स्कूल की जमीन पर अतिक्रमण नहीं है. ऐसे में इन स्कूलों की जमीन से अतिक्रमण को हटाने की जिम्मेदारी किसकी है.
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. शिक्षकों ने अतिक्रमणकारियों की वर्चस्व के कारण जमीन को खाली कराने कही हिम्मत नहीं जुटायी. गोपालगंज के 14 प्रखंडों में 13 प्रखंड ऐसे हैं, जहां के सरकारी स्कूलों की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है.
बीइओ की जवाबदेही
पड़ताल में सामने आया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की माने तो सरकारी स्कूलों की जमीन पर अतिक्रमण वर्षों से है. स्थानीय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की जवाबदेही है कि अतिक्रमण को सीओ व पुलिस के साथ मिलकर हटाएं लेकिन ऐसा नहीं किया गया. अब जिला प्रशासन के अधिकारियों से उम्मीद है कि सरकारी स्कूलों की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा.
Posted by Ashish Jha