मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा है कि बिहार संग्रहालय और पटना संग्रहालय का मेंटेनेंस ठीक से कराएं. इसके लिए अधिकारी, अभियंता और कर्मचारी की आवश्यकता होने पर उनकी नियुक्ति कराएं. संग्रहालय में रखे गये प्रदर्शों की जानकारी देने वालों की भी व्यवस्था रखें ताकि लोगों को एक-एक चीज की जानकारी अच्छे से मिल सके. सरदार पटेल भवन, सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों के विशिष्ट भवनों का मेंटनेंस ठीक ढंग से कराते रहें. मुख्यमंत्री ने यह बातें शनिवार को बिहार संग्रहालय समिति की शासी निकाय की द्वितीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहीं. इसका आयोजन एक अणे मार्ग स्थित ”संकल्प” में किया गया था.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार संग्रहालय अंतरराष्ट्रीय स्तर का है. यहां लगाये गये प्रदर्शों के ऐतिहासिक तथ्यों को बड़े शब्दों में और सहज ढंग से हिंदी और अंग्रेजी में अंकित किया जाये. मुख्यमंत्री विद्यालय परिभ्रमण योजना के तहत बच्चे-बच्चियों को यहां भ्रमण कराते रहें ताकि वे ऐतिहासिक चीजों को बेहतर ढंग से जान सकें. पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय को आपस में अंडर ग्राउंड कनेक्ट किया जा रहा है. जब यह बन कर तैयार हो जायेगा तो यह भी अद्भुत होगा. बाहर से आने वालों को दोनों संग्रहालयों का एक साथ अवलोकन करने में सहूलियत होगी. दोनों संग्रहालयों की व्यवस्थाओं के एक साथ बेहतर प्रबंधन और संचालन के लिए एक कमेटी बनायी गयी है. कमेटी सभी चीजों की देखभाल करने के साथ अपना काम ठीक से करे.
इससे पहले बैठक में बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से शासी निकाय के विभिन्न एजेंडों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी. उन्होंने वित्तीय वर्ष 2021-2022 के वार्षिक प्रतिवेदन में बिहार संग्रहालय से संबंधित प्रमुख बातें, संग्रहालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम, दर्शकों के भ्रमण एवं वित्तीय लेखा से संबंधित जानकारी दी. बैठक में इस वित्तीय वर्ष के बजट का भी अनुमोदन किया गया.