Petrol-Diesel Price Today: कच्चे तेल की कीमतों में पिछले सप्ताह की तेजी के बाद, इस सप्ताह के पहले दिन दाम में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. आज सुबह छह बजे, WTI Crude Oil 75.95 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. जबकि, ब्रेंट क्रूड ऑयल 80.64 डॉलर प्रति बैरल पर बिक रहा था. हालांकि, संभावना जतायी जा रही है कि इस सप्ताह अगर, इजरायल-हमास युद्ध में इरान की सीधे इंट्री होती है तो कच्चे तेल के उत्पादन और दाम में तेजी आने की पूरी संभावना है. इस बीच भारतीय तेल वितरक कंपनियों के द्वारा आज के लिए पेट्रोल-डीजल का दाम जारी कर दिया गया है. कंपनियों ने राष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है. राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 90.08 रुपये लीटर बिक रहा है. जबकि, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये और चेन्नई में पेट्रोल 102.74 रुपये और डीजल 94.33 रुपये प्रति लीटर आज सुबह से बिक रहा है. बता दें कि जून 2017 से पहले भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर 15 दिनों में संशोधित होती थी. जबकि, अब ग्लोबल मार्केट के अनुसार, हर तेल की कीमतें तय होती हैं.
अन्य शहरों में बदले दाम
तेल वितरक कंपनियों के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में बदलाव नहीं किया गया है. फिर भी, कई शहरों में वैट टैक्स के कारण कीमतों में बदलाव देखने को मिल रहा है. बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. यहां पेट्रोल की कीमत में 11 पैसे की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. इसके बाद, पटना में पेट्रोल 107.48 रुपये और डीजल 94.26 रुपये आज सुबह से बिक रहा है. वहीं, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. जबकि, गाजियाबाद में 96.58 रुपये और डीजल 89.75 रुपये और नोएडा में पेट्रोल 96.64 रुपये और डीजल 89.82 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. आज महाराष्ट्र में पेट्रोल की कीमतों में एक रुपये की गिरावट देखने को मिली है. जबकि, डीजल की कीमतों में 97 पैसे की गिरावट देखने को मिली है. हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल की कीमत 19 पैसे और डीजल की कीमत 17 पैसे कम हुई है. इसके साथ ही, राजस्थान और झारखंड में पेट्रोल-डीजल की कीमत में कमी आयी है. मध्य प्रदेश में पेट्रोल 30 पैसे और डीजल 28 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई है.
मजबूत हाजिर मांग से कच्चे तेल का वायदा भाव में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से वायदा कारोबार में शुक्रवार को कच्चा तेल की कीमत 60 रुपये की तेजी के साथ 6,132 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का दिसंबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 60 रुपये या 0.99 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,132 रुपये प्रति बैरल हो गया. इसमें 15.673 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 72.96 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 0.04 प्रतिशत बढ़कर 77.45 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
-
आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
-
कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
-
राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
-
मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
-
निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.