Petrol-Diesel Price: हरियाणा से लेकर बिहार तक में बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, आपके शहर में क्या है आज का रेट
Petrol-Diesel Price Today: पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में तेल की कीमतों में बदलाव देखने को मिला है. आज पंजाब में पेट्रोल की कीमतों में 48 पैसे की राहत मिली है. जबकि, राजस्थान में पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि का सिलसिला जारी है.
Petrol-Diesel Price Today: इजरायल-हमास युद्ध की शुरूआत के बाद कच्चे तेल की कीमतों में आग लग गयी. पश्चिम एशिया में अशांति का असर पूरी दुनिया पर देखने को मिल रहा है. हालांकि, मंगलवार की सुबह छह बजे कच्चे तेल की कीमतों में हल्की राहत देखने को मिली. WTI क्रूड 86.11 डॉलर प्रति बैरल पर सेल हो रहा था. जबकि, ब्रेंट क्रू़ड भी 87.93 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. इस बीच भारतीय तेल वितरक कंपनियों ने आज सुबह छह बजे पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कर दिये. तेल कंपनियों के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. जबकि, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में तेल की कीमतों में बदलाव देखने को मिला है. आज पंजाब में पेट्रोल की कीमतों में 48 पैसे की राहत मिली है. जबकि, राजस्थान में पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि का सिलसिला जारी है. यहां आज पेट्रोल की कीमतों में 6 पैसे की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 10 पैसे का इजाफा हुआ है. हालांकि, राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें जारी
शहर पेट्रोल (रुपया/प्रति लीटर) डीजल (रुपया/प्रति लीटर)
मुंबई 106.31 94.27
कोलकाता 106.03 92.76
चेन्नई 102.74 94.34
नोएडा 96.59 89.76
गाजियाबाद 96.58 89.75
लखनऊ 96.44 89.62
पटना 107.74 94.51
पोर्टब्लेयर 84.10 79.74
Also Read: Israel Hamas War: इजरायल के हमले से कच्चे तेल में लगी आग, एक ही बार में पांच प्रतिशत बढ़े दाम
मजबूत हाजिर मांग से कच्चे तेल का वायदा भाव में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से वायदा कारोबार में सोमवार को कच्चा तेल की कीमत 241 रुपये की तेजी के साथ 7,116 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का अक्टूबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 241 रुपये या 3.51 प्रतिशत की तेजी के साथ 7,116 रुपये प्रति बैरल हो गया. इसमें 10.131 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 2.90 प्रतिशत की तेजी के साथ 85.19 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 2.68 प्रतिशत की तेजी दर्शाता 86.85 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बावजूद अगले साल होने वाले आम चुनाव के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने की संभावना नहीं है. मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई. सार्वजनिक क्षेत्र के तीन ईंधन खुदरा विक्रेताओं इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लगातार 18 महीनों से स्थिर रखा है. ये कंपनियां करीब 90 प्रतिशत बाजार को नियंत्रित करती हैं.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
-
आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
-
कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
-
राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
-
मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
-
निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.