PFI Ban For 5 Years: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसके 8 सहयोगी संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इन संगठनों पर 5 साल के लिए बैन लगा दिया है. टेरर फंडिंग मामले में ये बड़ी कार्रवाई की गयी है. पिछले दिनों पीएफआई के आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के बड़े सबूत सामने आने के बाद ये कदम उठाया गया. वहीं अब सरकार के इस एक्शन पर सियासत भी गरमाने लगी है. राजद सुप्रीमो लालू यादव व भाजपा के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया सामने आयी है.
पीएफआइ पर बैन लगा तो सियासी दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी. किसी ने इस कदम की तारीफ की तो किसी ने इसे गलत बताया. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी खुलकर अपनी प्रतिक्रया दी. उन्होंने आरएसएस को निशाने पर लिया और संगठन को बैन करने की भी अपील कर दी. लालू यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि लोगों के ऊपर सरकार हौवा दिखा रही है. सबसे पहले आरएसएस को बैन करना चाहिए.
PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है।
आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 28, 2022
लालू यादव ने आरएसएस को बैन करने की मांग करते हुए कहा कि ये इससे भी बदतर संगठन है. आरएसएस हिंदुत्व कट्टरपंथी संगठन है. इसे बैन करना चाहिए. वहीं इस कार्रवाई पर भाजपा के फायर ब्रांड नेता सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया है. उन्होंने तंज कसते हुए ट्वीट में लिखा BY-BY PFI. जिसपर लोगों की प्रतिक्रिया आई है. कुछ लोग इस कार्रवाई पर प्रसन्नता जाहिर कर रहे हैं. तो कुछ लोगों ने 5 साल के लिए किये बैन पर सवाल खड़े किये हैं.
BYE BYE PFI pic.twitter.com/aD4kfwCvsu
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) September 28, 2022
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बता दें कि पीएफआइ के दफ्तरों पर हाल में ही नेशनल जांच एजेंसी एनआइए और ईडी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. बिहार-यूपी समेत कई राज्यों से 230 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था. एनआइए को ये सूचना मिली थी कि पीएफआइ पूरे देश में प्रदर्शन और आतंकी गतिविधियों से माहौल बिगाड़ने की कोशिश में लगा था. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना रैली भी इनके टारगेट पर था.
Published By: Thakur Shaktilochan