PFI Ban News: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) व उससे संबद्ध करीब 8 अन्य संगठनों पर सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून के तहत बैन लगा दिया है. पांच साल तक इन संगठनों को बैन किया गया है. पीएफआइ व उसके नेताओं के ठिकानों पर देशभर में हुई ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद ये कदम उठाया गया है. पीएफआइ पर आरोप है कि ये संगठन आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त है और आइएसआइएस जैसे आतंकी संगठनों से इसके तार जुड़े हैं. पटना के फुलवारीशरीफ में हुई छापेमारी के बाद कई अहम खुलासे होने शुरू हुए थे.
पटना के फुलवारीशरीफ में पुलिस की कार्रवाई के बाद कई अहम बातें सामने आयी थी. पीएफआइ के देश विरोधी मंसूबों का खुलासा यहीं से होना शुरू हुआ था. जुलाई में जब पटना पुलिस की कार्रवाई हुई तो अतहर और जलालुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद पीएफाआई के मंसूबों का पता चला .जलालुद्दीन के घर में ट्रेनिंग सेंटर चल रहा था जहां से कई अहम दस्तावेजों को जब्त किया गया था. इनमें पीएफआइ के देश विरोधी गतिविधियों की भी जानकारी मिली थी.
बिहार की कार्रवाई में ही इस बात का खुलासा हुआ था कि ये लोग मिशन 2047 की तैयारी में लगे हुए थे. ये लोग अपने संगठन से कम से कम 10 फीसदी लोगों को जोड़ना चाहते थे, ताकि वर्ष 2047 तक भारत को एक धर्म विशेष देश में बदला जा सके. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना यात्रा के दौरान हमले की साजिश भी ये लोग कर रहे थे.
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पुलिस ने पीएफआइ से जुड़े अरमान मलिक को भी फुलवारीशरीफ से गिरफ्तार किया था. इसके बाद मरगूब अहमद दानिश उर्फ तारिक को गिरफ्तार किया गया, जो गजवा ए हिंद नाम से वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से पाकिस्तान व बांग्लादेश के कई लोगों को जोड़ कर देश विरोधी कार्यों में संलिप्त था. दानिश पाकिस्तान के तहरीक ए लब्बैक ग्रुप का सदस्य भी था.
Published By: Thakur Shaktilochan