Bihar News: फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में फरार चले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) का सक्रिय सदस्य कटहरा ओपी क्षेत्र के तालसेहान गांव निवासी रेयाज अहमद को कटहरा ओपी की पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है. रेयाज की गिरफ्तारी के लिए एनआइए ने कई बार उसके घर पर छापेमारी की थी, लेकिन हर बार वह बचकर भाग निकलने में सफल रहता था. रेयाज दो बार विधानसभा चुनाव तक लड़ चुका है.
फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में फरार चले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) का सक्रिय सदस्य कटहरा ओपी क्षेत्र के तालसेहान गांव निवासी रेयाज अहमद को कटहरा ओपी की पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. रेयाज की गिरफ्तारी के लिए एनआइए ने कई बार उसके घर पर छापेमारी की थी, लेकिन हर बार वह बचकर भाग निकलने में सफल रहता था. मोहम्मद दिलजान का पुत्र रेयाज बीते अप्रैल माह में भूमि विवाद में अपने पड़ोसी के साथ मारपीट के मामले में भी फरार चल रहा था. बताया जाता है कि हाल के दिनों में फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल से जुड़े कई आरोपितों की पटना समेत अन्य जगहों पर हुई गिरफ्तारी के बाद वैशाली पुलिस को इसके अपने घर पर ही छिपे होने का इनपुट मिला था. इसके बाद एसपी रविरंजन कुमार के निर्देश पर कटहरा ओपी अध्यक्ष जय प्रकाश के नेतृत्व में पुलिस की स्पेशल टीम ने तालसेहान गांव में रेयाज अहमद के घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
छापेमारी टीम में बिहार पुलिस के अलावा सैप भी शामिल थी. मालूम हो कि 8 सितंबर 2022 को एनआइए ने उसके घर पर छापेमारी की थी, लेकिन वह बच कर भाग निकला था. रेयाज वर्ष 2015 और 2020 में महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुका है. बताया जाता है कि हाल के दिनों में फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल से जुड़े कई आरोपितों की पटना समेत अन्य जगहों पर हुई गिरफ्तारी के बाद वैशाली पुलिस को इसके अपने घर पर ही छिपे होने का इनपुट मिला था. फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद वह अंडरग्राउंड हो गया था, लेकिन बीते अप्रैल माह में पड़ोसी के साथ मारपीट करने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सुर्खियों में आ गया था.वैशाली पुलिस को इसके अपने घर पर ही छिपे होने का इनपुट मिला था.
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पिछले वर्ष फुलवारी शरीफ आतंकी मॉडयूल के खुलासे के बाद सुर्खियों में आया कटहरा ओपी के ताल सेहान गांव निवासी मोहम्मद दिलजान का पुत्र रेयाज अहमद एनआइए और पुलिस को चकमा देकर लगातार फरार चल रहा था. पिछले वर्ष 8 सितंबर, 2022 को एनआइए की पांच सदस्यीय टीम ने तालसेहान स्थित उसके घर पर छापेमारी की थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला था. एनआइए ने उसकी पत्नी से काफी देर तक बात की थी, लेकिन उसके ठिकाने के विषय में कुछ ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका था. इसके बाद वह लगातार छिप-छिप कर अपने घर पर रह रहा था, लेकिन पुलिस या एनआइए की गिरफ्त में नहीं आ रहा था.
पड़ोसी के साथ हुई मारपीट और इसका वीडियो वायरल होने के बाद वह अचानक फिर से सुर्खियों में आ गया था. बताया जाता है कि वह अपने पड़ोस की जमीन पर कब्जा करना चाह रहा था. इसी विवाद में उसने बीते पांच अप्रैल को दिव्यांग पड़ोसी मो फारुक की पिटाई कर दी थी. इस पिटाई का वीडियो भी वायरल हुआ था तथा पीड़ित ने उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए अलर्ट मोड में थी. हाल के दिनों में फुलवारीशरीफ पीएफआइ मॉड्यूल के ट्रेनर व अन्य लोगों की गिरफ्तारी के बाद वैशाली पुलिस को उसके तालसेहान में छिपे होने की जानकारी मिली थी.
रेयाज अहमद सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया नाम के राजनीतिक दल के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुका है. वर्ष 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में वह महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. बताया जाता है कि रेयाज अहमद पीएफआइ का वर्ष 2008 से सक्रिय सदस्य रहा है. 2013 में वह प्रदेश कमेटी में शामिल हुआ था. वर्तमान में उसके कोषाध्यक्ष के रूप में काम करने की चर्चा है. 17 फरवरी, 2021 को उसने प्राथमिक विद्यालय खाजेचांद छपरा के परिसर में पीएफआइ का स्थापना दिवस भी मनाया था. उस दौरान उस इलाके में कई विवादित और संवेदनशील पोस्टर चिपकाये गये थे.
बता दें कि हाल में ही एनआइए ने मोतिहारी के चकिया में फिर एकबार छापेमारी की और दो युवकों को हिरासत में लिया था. दोनों से पूछताछ की गयी है. जिसके बाद शाहिद रेजा नाम के एक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से हथियार वगैरह भी बरामद किए गए हैं.