पटना. प्रदेश के तीन नये विश्वविद्यालय मुंगेर, पाटलिपुत्र एवं पूर्णिया विश्वविद्यालय में पीजी की पढ़ाई होगी. दरअसल डिपार्टमेंट संचालित करने के लिए यहां शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक पदों का सृजन किया जाना है.
इन तीनों विश्वविद्यालयों में पीजी डिपार्टमेंट अभी तक संचालित नहीं है. इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से तैयारी शुरू हो गयी. गुरुवार को इस संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शिक्षा, वित्त और राजभवन के अधिकारियों ने इस पर विमर्श किया.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक शिक्षा विभाग यहां पीजी कोर्स संचालित करने के लिए अनुमति दे चुका है. पद सृजन आदि जरूरी औपचारिकताओं के न हो पाने की वजह से अभी तक ऐसा नहीं हो सका.
अब राज्य सरकार ने इन विश्वविद्यालयों में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स संचालित करने के लिए डिपार्टमेंट खोलने की दिशा में गंभीरता से प्रयास शुरू कर दिये हैं. दरअसल राज्य सरकार चाहती है कि इन विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक परिदृश्य बनाया जाये.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ली गयी जानकारी: सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने संबंधित अफसरों एवं कुलपतियों के साथ गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके इस दिशा में की जा रही तैयारियों की सिलसिलेवार जानकारी ली.
उन्होंने संबंधित अफसरों को जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने करने के लिए कहा है. गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुए इस मीटिंग में मुंगेर विश्वविद्यालय में 12 पीजी डिपार्टमेंट स्कूल और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में करीब 16 डिपार्टमेंट या पीजी स्कूल खोलने की तैयारी है.
पूर्णिया की स्थिति अभी साफ नहीं हो सकी है. हालांकि, इस मीटिंग में कितने पद सृजित किये जायेंगे, यह तय नहीं हो सका है. इसके लिए जल्दी ही एक और मीटिंग आयोजित की जायेगी.
मीटिंग में बताया गया कि जब तक नैक संबद्धता नहीं मिलेगी, पीजी डिपार्टमेंट को मंजूरी नहीं दी जा सकती है. लिहाजा इसका ख्याल रखा जाना चाहिए.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव दीपक कुमार के अलावा वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ, मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रणजीत कुमार वर्मा, पाटलिपुत्र के प्रभारी कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह, राजभवन के सचिव रोबर्ट एल चौंगथू एवं शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा चुबा आओ उपस्थित रहे.
संबंधित कुलपतियों ने अपने अपने विश्वविद्यालय की तरफ से रिपोर्ट भी प्रस्तुत की. उल्लेखनीय है कि इन तीनों विश्वविद्यालयों की स्थापना 18 मार्च, 2018 को की गयी थी.
Posted by Ashish Jha