बिहार में आयुर्वेद के सभी 14 विषयों में अब होगी पीजी की पढ़ाई, इस कॉलेज को मिली मान्यता
आयुष मंत्रालय के भारतीय चिकित्सीय पद्धति राष्ट्रीय आयोग, नयी दिल्ली ने कॉलेज को सोमवार को यह अनुमति दी. कॉलेज को इससे जुड़ा पत्र भी मिल चुका है.
पटना. पटना के कदमकुआं स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज को छह नये विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति मिली है. आयुष मंत्रालय के भारतीय चिकित्सीय पद्धति राष्ट्रीय आयोग, नयी दिल्ली ने कॉलेज को सोमवार को यह अनुमति दी. कॉलेज को इससे जुड़ा पत्र भी मिल चुका है.
अब 2021-22 सत्र में इन छह विषयों की 37 सीटों पर दाखिला लिया जायेगा. कॉलेज में पूर्व में आठ विषयों में पीजी की पढ़ाई होती थी. अब छह नये विषय में पढ़ाई होने के बाद यह आयुर्वेदिक कॉलेज राज्य का पहला ऐसा कॉलेज होगा, जहां आयुर्वेद के सभी 14 विषयों में पीजी की पढ़ाई होने लगेगी.
इन विषयों में मिली है पीजी कोर्स की अनुमति
विषय सीटें
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क्रिया शरीर 06
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प्रसूति एवं स्त्रीरोग 06
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बाल रोग 06
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स्वास्थ्य वृता 06
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शल्य तंत्र 06
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पंचकर्म 07
इस आयुर्वेदिक कॉलेज में अब सर्जरी के विशेषज्ञ चिकित्सक भी तैयार होंगे. ये चिकित्सक सर्जरी भी कर सकेंगे. वहीं, पंचकर्म में विशेषज्ञ चिकित्सक तैयार होने से इस क्षेत्र में विशेषज्ञों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी. पूर्व में चल रहे आठ पीजी कोर्स में यहां प्रत्येक में छह सीटें हैं. वहीं, यूजी कोर्स में यहां 125 सीटें हैं.
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ संपूर्णानंद तिवारी ने कहा कि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में अब छह नये पीजी कोर्स की अनुमति मिली गयी है. इनमें इसी सत्र से नामांकन लिया जायेगा. अब यहां सभी 14 विषयों में पीजी की पढ़ाई होने लगेगी. यह सुविधा वाला यह राज्य का पहला और एकमात्र कॉलेज है.