बिहार में पीएचइडी रखेगा 39 हजार प्लंबर, 24 घंटे में दूर होंगी योजना से जुड़ी शिकायतें, जानें क्या है रोडमैप
सभी प्लंबर ठेकेदार के माध्यम से रखें जायेंगे, लेकिन इसकी पूरी निगरानी विभागीय स्तर पर की जायेगी.
प्रह्लाद कुमार, पटना. नयी सरकार बनने के बाद पीएचइडी ने मुख्यमंत्री नल जल योजना पार्ट- 2 के लिए रोडमैप तैयार किया है.
अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि किसी भी घर में पानी की सप्लाइ खराब होती है, तो उसे 24 घंटे में ठीक कर लिया जाये और संबंधित ठेकेदार से जुर्माने के तौर पर दो हजार रुपये वसूले जाएं.
विभाग शिकायतों को दूर करने के लिए सभी प्रत्येक चार वार्ड पर एक प्लंबर रखेगा, ताकि योजना में ब्रेकडाउन की शिकायत आते ही, उसे तुरंत ठीक किया जा सके.
इसके लिए विभागीय स्तर पर बैठक कर लगभग रोडमैप तैयार कर लिया गया है और जल्द ही इसे लागू किया जायेगा.अधिकारियों के मुताबिक पार्ट टू में योजना 24 घंटे सातों दिन बिना रुके चले, इस रोडमैप पर काम करने का सरकार ने विभाग को निर्देश दिया है.
पीएचइडी की ओर से 56,000 वार्डों में लोगों तक शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए 39 हजार प्लंबर का चयन कर उन्हें आइटीआइ से ट्रेनिंग दी जायेगी.
ठेकेदार के माध्यम से आयेंगे प्लंबर : सभी प्लंबर ठेकेदार के माध्यम से रखें जायेंगे, लेकिन इसकी पूरी निगरानी विभागीय स्तर पर की जायेगी. प्रशिक्षण के बाद विभाग इनका पूरा ब्योरा रखेगा. वहीं, काम में कोताही करने वालों को तुरंत हटा भी दिया जायेगा.
यह बनी है योजना
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गांव के स्तर पर एक मेकैनिक
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हर चार वार्ड में रखा जायेगा एक प्लंबर
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जिला स्तर पर ट्रीटमेंट सेंटर में गड़बड़ी है होने पर उसे ठीक करने की एक मेकैनिक
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एक पंचायत में कम -से -कम दो से तीन स्पेयर मोटर रखा जायेगा, ताकि कहीं भी मोटर खराब होने पर उसे तुरंत बदला जा सके
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ब्लॉक स्तर मॉनीटरिंग सेल होगी, जिसकी निगरानी के लिये डीएम को पत्र भेजा जायेगा
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हर तीन माह में एक बार वरीय अधिकारी योजना की स्थल जांच करेंगे. स्कीम में कोई गड़बड़ी मिलने पर तुरंत उस व्यक्ति पर कार्रवाई हो सके.
Posted by Ashish Jha