पटना: बिहार में हर घर नल का जल योजना के तहत एक करोड़ 64 लाख से अधिक परिवारों तक शुद्ध नल से जल पहुंचा दिया गया है. इसमें 30207 वार्डों में आयरन, फ्लोराइड व आर्सेनिक की मात्रा सामान्य से अधिक थी, लेकिन यहां भी 30007 वार्डों में नल जल पहुंचा दिया गया है.
आगामी छह व सात जनवरी को केंद्र सरकार के विजन-2047 के लिए बन रहे रोडमैप में पीएचइडी मंत्री गुणवत्ता प्रभावित इलाकों में शुद्ध पानी पहुंचाने की सफलता पर रिपोर्ट पेश करेंगे. अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल का जल में इन इलाकों में सबसे अधिक काम किया गया और अब इन इलाकों के लोगों को पानी से होने वाली बीमारियों से लगभग मुक्ति मिल गयी है.
पीएचइडी की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य भर के 4709 वार्ड आर्सेनिक, 3789 फ्लोराइड और 21709 वार्ड आयरन से प्रभावित थे. यहां के लोग लगातार पानी से होने वाली बीमारियों से पीड़ित रहते थे. अब यहां के मात्र 200 वार्डों में योजना को पूरा करना है, जहां तेजी से काम हो रहा है. जनवरी तक इन वार्डों में भी काम पूरा हो जायेगा.
जल जीवन मिशन के तहत सभी राज्यों में हर घर नल का जल पहुंचाया जा रहा है,लेकिन बिहार में यह योजना केंद्र से पहले शुरू हुई है. यहां के लगभग वार्डों में काम पूरा कर लिया गया है. ऐसे में दो दिवसीय कार्यक्रम में बिहार में हुए इस कार्य पर पूरी रिपोर्ट रखी जायेगी. जिसमें नल जल की सफलता, उपयोगिता के संबंध में पूरा ब्योरा दिया जायेगा.