रिश्ते को ‘डिसकनेक्ट’ कर रहा फोन का पासवर्ड, बिहार में हर महीने सामने आ रहे 5-7 केस

वाट्सएप, फेसबुक या अन्य सोशल साइट्स और उनको लॉक रखने वाले पासवर्ड की बात की जाये या फिर फिंगर इंप्रेशन से पूरे मोबाइल को लॉक करने वाले सिस्टम की, इन चीजों को नहीं शेयर करने पर पति-पत्नी के मन में शक पैदा हो रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2022 10:14 AM

पटना. फोन का पासवर्ड पति-पत्नी के रिश्तों को डिसकनेक्ट कर रहा है. यानी एक-दूसरे से अपनी निजता बनाने के लिए लगाये जाने वाले पासवर्ड के कारण रिश्तों में अब दरारें आ रही हैं. वाट्सएप, फेसबुक या अन्य सोशल साइट्स और उनको लॉक रखने वाले पासवर्ड की बात की जाये या फिर फिंगर इंप्रेशन से पूरे मोबाइल को लॉक करने वाले सिस्टम की, इन चीजों को नहीं शेयर करने पर पति-पत्नी के मन में शक पैदा हो रहा है. ये शक धीरे-धीरे रिश्तों में कड़वाहट घोल रही है और पति-पत्नी को तलाक के मोड़ पर ला रही है.

चैट डिलीट करने से बढ़ जाता है दूसरे पक्ष का गुस्सा और शक

‘सखी वन स्टॉप सेंटर’ (महिला हेल्पलाइन) में ऐसे मामले आये दिन आ रहे हैं. हर महीने घरेलू हिंसा के तहत फोन से जुड़े पांच-सात मामले आते हैं. वहीं पिछले छह महीने में 53 ऐसे मामले आ चुके हैं. चैट, कॉल डिलीट करना और पासवर्ड सेट करना विवाद का कारण बनता जा रहा है. चैट डिलीट करने से हो रहे झगड़े हेल्पलाइन में कुछ मामलों की काउंसेलिंग चल रही है, जिसमें वाट्सएप चैट डिलीट करने से झगड़े होते हैं. चैट डिलीट करने से दूसरे पक्ष का गुस्सा और शक दोनों बढ़ जाता है. इसके अलावा पासवर्ड ना शेयर करना भी शामिल है. ऐसे में उनकी काउंसेलिंग की जा रही है और सलाह दी जाती है कि रिश्तों में जितना ज्यादा ट्रांसपेरेंसी रहेगी, उतना अच्छा होगा. इसमें कुछ महिलाएं और पुरुषों का कहना है कि उनकी पर्सनल लाइफ है.

कभी न रहने दें शक की गुंजाइश

प्रमिला कुमारी इस बारे में सखी वन स्टॉप सेंटर की प्रोजेक्ट मैनेजर प्रमिला कुमारी कहती हैं, आज के कपल्स वाट्स एप, गैलरी और फोन सभी में अलग-अलग पासवर्ड रखते हैं, जिसे लेकर इनके बीच शक और छोटे-छोटे विवाद बहुत गंभीर रूप ले रहे हैं. ऐसा नहीं है कि इसमें सिर्फ पुरुषों की गलती होती है, महिलाएं भी बहुत बार गलत पायी जाती हैं. दोनों में से कोई एक तभी चीजों को छिपाता है, जब कुछ न कुछ गलत हो. शक की आशंका वहां बढ़ जाती है, जब ऑफिस कलिग का बहाना होता है. जरूरत है पर्सनल और प्रोफेशनल रिश्तों के बीच अंतर करने की.

केस : 01

कंकड़बाग की रहने वाली रमा (काल्पनिक नाम) बताती हैं कि उनके पति प्राइवेट नौकरी करते हैं. घर के बाथरूम में मोबाइल स्टैंड बनवाया और फोन हमेशा साइलेंट मोड में रखते हैं. उनके पास सिर्फमिस कॉल आते हैं. एक दिन मैंने मिस्ड कॉल के नंबर पर कॉल किया, तो किसी महिला ने फोन रिसीव किया. पति से पूछने पर और फोन का पासवर्ड मांगने पर लड़ाई हुई. अभी काउंसेलिंग जारी है.

केस : 02

अनीसाबाद की रहने वाली मिली (काल्पनिक नाम) ने अपने पति पर उनके मोबाइल फोन को जबरन लेकर मोबाइल अनलॉक करने पर हेल्पलाइन में शिकायत की है. काउंसेलिंग के दौरान पति ने बताया कि पत्नीहमेशा फोन पर किसी से बात करती थी और पूछने पर लड़ती थी. फोन छीन लेने के बाद भी मायके से फोन मांग कर छिपछिप कर बातें करती है. एक महीने तक लगातार काउंसेलिंग के बाद दोनों साथ रह रहे हैं. हेल्पालइन की ओर से महीने के आखिर में दोनों को बुलाकर उनके रिश्तों के लेकर बात की जाती है.

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