छठ पर्व में पटना के घाट का अपना महत्व है. छठ पर यूं तो पूरा पटना ही सजाया जाता है, लेकिन पटना के घाटों का सौंदर्य तो देखने लायक होता है. इस बार पटना के घाटों को जिस प्रकार रोशनी से सजाया गया है, उसे देखने पर लगता है कि हम बिहार नहीं बल्कि दुबई आ गये हैं और टिमटिमाती रोशनी मानो दुबई पाम आइलैंड की हो.
पटना के सभी तालाबों पर छठ व्रतियों के लिए अच्छी व्यवस्था है. मानकों के अनुसार बैरिकेडिंग, नियंत्रण कक्ष, चेंजिंग रूम, प्रकाश, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय की सुविधा दी गयी है. उक्त बातें शुक्रवार को डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कच्ची तालाब, मानिकचंद तालाब, बीएसएपी-5 तालाब और संजय गांधी जैविक उद्यान तालाब का निरीक्षण करने के दौरान कही.
उन्होंने आगे कहा कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से तैराकों और बोट को तैनात किया गया है. मेडिकल कैंप भी क्रियाशील रहेगा. भीड़ प्रबंधन और सुगम यातायात के लिए समुचित प्रबंध किया गया है. विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
सीसीटीवी और वीडियो कैमरा से गतिविधियों पर निगरानी की जायेगी. सभी संबंधित पदाधिकारियों को छठ पूजा समितियों से सुदृढ़ समन्वय और सार्थक संवाद कायम रखने का निदेश दिया गया है. मौके पर उनके साथ वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा भी मौजूद थे. डीएम डॉ सिंह और एसएसपी मिश्रा ने कहा कि लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर व्रतियों, श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था भी की गयी है.
लगभग 45 से ज्यादा तालाबों और इतनी ही संख्या में पार्क में भी छठव्रतियों के लिए प्रबंध किया गया है. बड़ी संख्या में अपार्टमेंट के छत पर भी लोगों द्वारा छठ किया जाता है. प्रशासन की ओर से टैंकर के माध्यम से घरों और कॉलोनियों में श्रद्धालुओं, छठव्रतियों के लिए गंगाजल उपलब्ध कराया जा रहा है.
पटना नगर निगम की ओर से 32 टैंकर को विभिन्न वार्ड में भेजा गया है जिससे लोगों को गंगाजल उपलब्ध कराया जायेगा. डीएम ने कहा कि छठव्रतियों, श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी स्थानों-गंगा घाटों, तालाबों, पार्क- पर उत्कृष्ट प्रशासनिक प्रबंध किया गया है.