पटना में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर लाठीचार्ज की देखिए PHOTOS, पुलिस ने खदेड़कर बरसाई लाठियां
पटना में मंगलवार को 30 जिलों के सैकड़ों ग्रामीण डॉक्टर बोतल में पेट्रोल लेकर सीएम हाउस पहुंचे और जमकर हंगामा किया. डॉक्टर सीएम आवास के सामने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने की धमकी दे रहे थे. पुलिस-प्रशासन ने जमकर लाठीचार्ज किया.
पटना में राज्य कर्मचारी का दर्जा देने समेत अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को आत्मदाह करने सीएम आवास की ओर जा रहे सैकड़ों ग्रामीण डॉक्टरों को पुलिस ने आईपीएस मेस के पास रोक दिया. लेकिन ग्रामीण डॉक्टर पुलिस से भिड़ गये और आगे बढ़ने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें ललित भवन मोड़ तक खदेड़ा.
इसके बाद ग्रामीण डॉक्टर बेली रोड पर ललित भवन मोड़ के पास हंगामा करने लगे और सड़क जाम करने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस पहुंची और मौके से 20 ग्रामीण डॉक्टरों को हिरासत में ले लिया. पुलिस लाठीचार्ज में कई ग्रामीण डॉक्टर घायल हो गये हैं. एक डॉक्टर को भी सिर में चोट लगी है और वह अस्पताल में भर्ती हैं.
इस घटना के बाद सचिवालय थाने में 20 नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन लोगों पर प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन और हंगामा करने तथा सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है. सचिवालय थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और 20 को हिरासत में लिया गया है.
ग्रामीण डॉक्टरों ने बताया कि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग में सुरक्षा व्यवस्था और सहयोग करने के लिए हम लोगों को प्रशिक्षण दिया गया था. राजधानी के बापू सभागार में स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों व मंत्रियों ने आश्वासन दिया था कि हम लोगों का समायोजन स्वास्थ्य विभाग में कर दिया जायेगा.
ग्रामीण चिकित्सकों ने यह बात भी बताया कि कोरोना काल में हम सभी चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर अस्पतालों में लोगों की जान बचायी थी. लेकिन आज तक समायोजन नहीं किया गया. जबकि हम लोगों के जगह पर बिना प्रशिक्षण और सीसीएस पास किये लोगों को भर्ती किया जा रहा है. लेकिन प्रशिक्षण देने के बावजूद भी हमारा समायोजन नहीं किया जा रहा है.
ग्रामीण चिकित्सकों ने यह भी बताया कि कई बार हमने गर्दनीबाग में शांतिपूर्वक धरना प्रर्दशन किया. लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई बात करने नहीं आया. उसके बाद हमने राजद- जदयू कार्यालय का घेराव भी किया. फिर भी हमारी मांग को किसी ने स्वीकार नहीं किया.
इन सब से तंग आकर हम सभी ग्रामीण चिकित्सकों ने मंगलवार को सीएम आवास के समक्ष पेट्रोल से आत्मदाह करने का निर्णय लिया है. जिसमें पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज कर दिया और खदेड़ कर पीटा गया. उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण चिकित्सकों के साथ पुलिस ने बदसलूकी भी की.
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