बिहार के पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन कुमार झारखंड सरकार के जनता दरबार कार्यक्रम में पहुंच गये. झारखंड के जनता दरबार कार्यक्रम में फरियादी बनकर पहुंचे बिहार के भाजपा विधायक का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलते दिख रहे हैं. इसी वर्ष जून महीने में झारखंड सरकार द्वारा विधायक के शेल्टर हाउस पर बुल्डोजर चलाया गया था. पूरा मामला जमीन मामले के विवाद से जुड़ा है. जिसमें राहत मांगने विधायक पहुंचे थे.
जनता दरबार में आम लोगों को आते तो सबने देखा होगा लेकिन झारखंड के गोड्डा जिला में जब जनता दरबार कार्यक्रम आयोजित हुआ तो एक ऐसे फरियादी भी उसमें पहुंचे जो चर्चा का विषय बन गये. दरअसल, बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत पीरपैंती विधानसभा से भाजपा विधायक ललन पासवान अपने सुरक्षाकर्मियों व सहयोगियों के साथ इस जनता दरबार में अचानक पहुंच गये. पहले तो लोग ये समझ नहीं सके कि आखिर बिहार के भाजपा विधायक भला झारखंड के जनता दरबार में क्यों पहुंचे. लेकिन वो अंदर जब आवेदन लेकर पहुंचे तो माजरा साफ हुआ.
विधायक ललन कुमार से प्रभात खबर डिजिटल ने इस मामले में बात की. उन्होंने बताया कि वो फरियादी बनकर वहां पहुंचे थे. पूरा मामला जमीन विवाद का है जिसे लेकर पिछले कई महीनों से उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसी मामले में राहत की उम्मीद लेकर वो वहां पहुंचे. जब कार्यक्रम में उपस्थित डीसी को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने फौरन आवेदन लिया. आवेदन को अधिकारियों को दिया गया कि इसे देखा जाए.
बता दें कि पूरा मामला विधायक ललन पासवान की मां के नाम से बंदोबस्त की गयी जमीन से जुड़े रास्ते का है जिसपर विवाद चल रहा है. यह एरिया बिहार और झारखंड की सीमा पर भागलपुर जिले के बाराहाट के पास है. जून महीने में गोड्डा (झारखंड) जिले के मेहरमा के सीओ की मौजूदगी में बुल्डोजर से आवास के बगल में बना सेल्टर हाउस ढाहा गया था. इस कार्रवाई को विधायक ने गलत बताया था.
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विधायक जनता दरबार कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम जो आवेदन लेकर गये उसमें विधायक की मां कुलेश्वरी देवी की ओर से जमीन का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि अंचल अधिकारी के पत्र के आलोक में उनके द्वारा एक कट्ठा छह धुर जमीन खाली कर दिया गया था. आयुक्त, संथाल परगना के आदेश के आलोक में फिर ये जमीन उन्हें वापस मिल गयी थी.
पत्र में निवेदन किया गया है कि जमाबंदी में सुधार करते हुए चार कट्ठा छह धुर जमीन अंकित किया जाए और इसके अनुसार मालगुजारी रशीद निर्गत किया जाए. आवेदक ने उस 1 कट्ठा 6 धुर जमीन पर दखल कब्जा दिलाने का भी निवेदन किया है.
Published By: Thakur Shaktilochan