बिहार के गया में लगने वाले पितृपक्ष मेला 28 सितंबर (Pitru Paksha Mela Date 28 September 2023) से शुरू हो रहा है. पितृपक्ष मेले को लेकर विष्णुपद प्रांगण में जिला प्रशासन की ओर से बनाये जा रहे पंडाल को कारीगर अंतिम रूप देने में जुट गये हैं. देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को धूप व बरसात से बचाव को लेकर ब्रह्मसत, देवघाट, प्रेतशिला सहित कई अन्य वेदी स्थलों पर भी पंडाल बनवाया जा रहा है. जिला प्रशासन स्तर पर तीर्थयात्रियों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. गांधी मैदान में 2500 बेड़ों की क्षमता वाली टेंट सिटी भी बनकर लगभग तैयार हो गया है. पंडा समाज की मानें, तो इस वर्ष पितृपक्ष मेले में देश-विदेश से करीब 15 लाख तीर्थयात्रियों के पहुंचने की संभावना है.
इस मेले को लेकर विष्णुपद समेत अन्य सभी प्रमुख मेला क्षेत्रों को बल्बों से सजाने का काम भी शुरू किया गया है. तीर्थयात्रियों की सहायता, सूचना व जानकारी के लिए प्रशासनिक स्तर पर शहर के प्रमुख मार्गों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड समेत सभी वेदी स्थलों पर बैनर व पोस्टर भी लगाया गया है. पितृमुक्ति के महापर्व पितृपक्ष मेले के दौरान विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा सख्त रखने का भी निर्देश दिया गया है. मंदिर परिसर में प्रवेश करने से लेकर बाहर निकलने तक पिंडदानियों व आम श्रद्धालुओं पर चौकसी के साथ नजर रखी जायेगी. मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पहले यहां की जाने वाली जांच की प्रक्रिया में चौकसी बरतने को कहा गया है. उल्लेखनीय है कि महाबोधि मंदिर परिसर में भी पिंडदान की प्रक्रिया पूरी की जाती है. इसके लिए मंदिर परिसर स्थित मुचलिंद सरोवर के आसपास पिंडदान की प्रक्रिया पूरी की जाती है. साथ ही, मंदिर के दक्षिणी हिस्से स्थित चबूतरे पर भी काफी संख्या में पिंडदानी पिंडदान करते हैं. इसके बाद मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना कर पवित्र बोधिवृक्ष का दर्शन कर अपने पितरों की आत्मा की शांति की कामना करते हैं. इस दौरान मंदिर परिसर में विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालुओं के साथ ही अन्य श्रद्धालुओं की भी गहमागहमी बनी रहती है.
Also Read: Pitru Paksha 2023: पितृपक्ष मेला पर पुनपुन घाट हाल्ट पर रुकेंगी आठ जोड़ी ट्रेनें, देखिए पूरी लिस्ट…यह भी कि पिंडदान करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के साथ पिंडदान से संबंधित सामग्री व कुछ धातु के बर्तन आदि भी मौजूद होते हैं. इनकी जांच लगेज स्कैनर की सहायता से करनी पड़ती है. इसमें काफी सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. हालांकि, पिंडदान वाले क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर बीटीएमसी के सफाईकर्मियों को तत्परता दिखाने का निर्देश दिया गया है, पर मंदिर परिसर की आंतरिक सुरक्षा पर नजर बनाये रखने की जिम्मेदारी सुरक्षाकर्मियों को सौंपी गयी है. इस संबंध में मंदिर की सुरक्षा में तैनात एक पदाधिकारी ने बताया कि पितृपक्ष के दौरान विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया गया है.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त (आरपीएफ सीनियर कमांडेंट) जेथिन बी राज ने मंगलवार को पितृपक्ष मेले को लेकर निरीक्षण किया. इस दौरान आरपीएफ कमांडेंट ने गया रेलवे स्टेशन परिसर, फुट ओवरब्रिज, रिजर्वेशन काउंटर, महिला प्रतीक्षालय, पुरुष प्रतीक्षालय, यार्ड व अन्य जगहों पर जायजा लिया. इस दौरान कमांडेंट ने बताया कि 28 सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू होने वाला है. गया जंक्शन पर बाहर से पिंडदानी आयेंगे, उनकी सुरक्षा के लिए गया जंक्शन की विभिन्न जगहों पर 108 फोर्स की तैनाती जायेगी. इसकी मॉनिटरिंग सहायक सुरक्षा आयुक्त हरमंगत सिंह करेंगे.
Also Read: बिहार: पितृपक्ष मेला के लिए ट्रैफिक में बदलाव, निशुल्क वाहन की होगी व्यवस्था, घर से निकलने से पहले देखें रूटआरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश इसकी निगरानी करेंगे. ताकि, बाहर से आनेवाले लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. कमांडेंट ने बताया कि गया रेलवे स्टेशन कुछ ट्रेनों में जन समस्याओं को सुनने के लिए जवानों की तैनाती की जायेगी. वहीं कुछ ट्रेनों पर रेलयात्रियों की परेशानी सुनने के लिए में आई हेल्प यू काउंटर खोला जायेगा. इस काउंटर पर तीन शिफ्टों पर जवानों की तैनाती की जायेगी. यात्रियों की समस्या सुनने के बाद एक घंटे के अंदर दूर किया जायेगा. वहीं मेरी सहेली टीम महिला रेलयात्रियों से बातचीत कर फीडबैक लेगी.
आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट जेथिन बी राज ने बताया कि रेलवे स्टेशन से खुलने व गुजरनेवाली महत्वपूर्ण ट्रेनों में विशेष अभियान चलाये. उन्होंने बताया कि खास कर रेलवे ट्रैक के किनारे, फुट ओवरब्रिज, यार्ड, सात नंबर प्लेटफॉर्म, एक नंबर गुमटी, वागेश्वरी गुमटी, एफसीआइ गुमटी समेत अन्य जगहों पर शराब धंधेबाज, चेन कटर, चेन पुलिंग, गांजा तस्कर, पॉकेटमार, मोबाइल चोर व संदिग्ध व्यक्ति के खिलाफ सुबह, शाम और रात में एक विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि चार टीम गठित करें. इसमें दो अधिकारी व पांच जवान शामिल होंगे.
आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट ने बताया किया गया रेलवे स्टेशन स्थित रिजर्वेशन काउंटर, विष्णुपद स्थित रिजर्वेशन काउंटर, शेरघाटी रिजर्वेशन व बोधगया रिजर्वेशन काउंटर पर विशेष नजर रखी जायेगी. कमांडेंट ने बताया कि टिकट दलालों के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया जायेगा. इसके लिए एक स्पेशल टीम गठित की गयी है. इस टीम में दो अधिकारी व 10 चुनिंदा जवानों को शामिल किया गया है. इस रिजर्वेशन काउंटरों पर लगातार छापेमारी की जायेगी. ताकि, टिकट दलालों पर पकड़ा जा सके.