पटना. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने विश्व पृथ्वी दिवस पर धरती को हरा-भरा बनाने के संकल्प के तहत लोगों से निजी भूमि पर पौधरोपण कराने की अपील की है़ उन्होंने कहा है कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा योजना के तहत प्रस्ताव ग्रामसभा से पारित करा कर लोगों की निजी भूमि पर पौधारोपण कराया जा सकता है़ पौधा लगाने और पांच साल तक इन पौधों के देखरेख की जिम्मेदारी विभाग करता है.
पौधों से प्राप्त फल और लकड़ी पर अधिकार किसान का होता है. बिहार के किसानों को योजना का लाभ उठाना चाहिए. राज्य में 335 पौधशाला में लगभग तीन करोड़ 82 लाख से अधिक पौधे उपलब्ध हैं.
श्रवण कुमार का कहना था कि प्रदूषण, वनों की कटाई, ओजोन लेयर में क्षति, प्राकृतिक संसाधनों के तेजी से दोहन, तीव्र औद्योगिकीकरण आदि के कारण पृथ्वी संकट में है. बिहार सरकार ने इस समस्या को ध्यान में रखकर जल- जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत 11 तरीकों पर कार्य किया जा रहा है.
मानव शृंखंला का उदाहरण देते हुए कहा कि वर्ष 2020 में मिशन 2.51 करोड़ पौधारोपण कार्यक्रम के तहत पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग एवं जीविका दीदियों के माध्यम से तीन करोड़ 94 लाख से अधिक पौधारोपण किया गया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में पांच करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य है. ग्रामीण विकास विभाग द्वारा दो करोड़ पौधे लगाने हैं.
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने पृथ्वी को बचाने के लिए मंत्र दिया है. उन्होंने कहा कि परिवार में किसी बच्चे के जन्म , शादी-विवाह , पृथ्वी दिवस अथवा किसी अन्य शुभ अवसर पर पौधारोपण कर शुभ कार्य करना चाहिए. सभी आज पौधारोपण करने, जल बचाने, पॉलिथीन छोड़ पर्यावरण से नाता जोड़ने, स्वच्छता अपनाने, बीमारी को दूर भगाने, धरती माता को हरा-भरा एवं प्रदूषण रहित बनाने का संकल्प लें.
Posted by Ashish Jha