बक्सर में गिरफ्तार पीएलएफआई के तीन सदस्यों के मोबाइल से कई अहम सुराग मिले हैं. इनके मोबाइल से संगठना का चीन और पाकिस्तान से संपर्क का खुलासा हुआ है. पुलिस अभी जब्त कई मोबाइलों की जांच कर रही है. जब्त मोबाइल में पाकिस्तान के किसी व्यक्ति के साथ व्हाट्सएप चैटिंग के अलावा वीडियो कॉल किये जाने के सबूत मिले हैं. ऐसे में पुलिस को यह आशंका है कि इनका आतंकी संगठनों और दूसरे राष्ट्र विरोधी संगठनों से भी संपर्क हो सकता है.
पुलिस ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. पुलिस सूत्रों के अनुसार जब्त मोबाइल से इस बात का खुलासा हुआ है कि दिनेश गोप तक हथियार उसका खास सहयोगी निवेश कुमार पहुंचाता था. पुलिस को निवेश कुमार के मोबाइल से कई अन्य अहम जानकारियां भी मिली हैं. व्हाट्सएप में यह साफ हो रहा है कि विदेशी हथियार निवेश खरीदता था और उसे पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को देता है.
हथियार की खरीदारी दिनेश गोप के लेवी के पैसे से ही की जाती थी. वीडियो चैट में पाकिस्तान के जिस व्यक्ति से बात की गयी है उस व्यक्ति ने पगड़ी बांधी हुई है और लंबी दाढ़ी है. निवेश के मोबाइल से स्विस राइफल सहित दर्जनों हथियारों की तस्वीरें मिली हैं. बताया जाता है कि निवेश ने एके 47 और मोर्टार जैसे हथियार पीएलएफआई तक पहुंचा भी दिये हैं.
पुलिस को पहले भी सूचना मिली थी कि निवेश के जरिये दिनेश गोप ने विदेशी हथियार मंगवाये हैं. तस्वीर के आधार पर रांची पुलिस स्विस राइफल सहित दूसरे हथियार की तलाश में जुटी है. मालूम हो कि पीएलएफआई के लिए काम कर रहे निवेश कुमार, शुभम कुमार, ध्रुव कुमार और एक महिला अंजलि कुमारी को सोमवार की रात बक्सर से गिरफ्तार किया गया था. अंजलि निवेश की महिला मित्र है.
सभी एक कार में दिल्ली से आ रहे थे. उनके पास से 12 लाख नकद के अलावा 14 मोबाइल फोन भी बरामद किये थे. सभी को बक्सर कोर्ट में पेश करने बाद रांची पुलिस अपने साथ ले गयी. एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गये लोगों के मोबाइल से पाकिस्तान और चीन से संबंध की सूचना भी मिल रही है. इसकी जांच की जा रही है. बक्सर पुलिस नक्सलियों से सांठगांठ रखने वाले अन्य लोगों को भी चिह्नित कर छापेमारी कर रही है.