पीएम नरेंद्र मोदी ने कोसी-पूर्वी बिहार को दी कई रेल परियोजनाओं की सौगात, सीमांचल का सफर हुआ आसान

पीएम नरेंद्र मोदी ने बेगूसराय से कई रेल सेवाओं समेत महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर इसे राष्ट्र को समर्पित किया.

By Anand Shekhar | March 3, 2024 2:55 PM

लंबे अरसे के बाद चेहरे पर नयी मुस्कान के साथ यात्रियों ने शनिवार को कोसी से सीमांचल तक का सफर शुरू किया. करीब 17 साल बाद कोसी और सीमांचल के बीच 124 किलोमीटर रेलखंड पर रेल नेटवर्किंग सेवा शनिवार की शाम शाम 5.39 बजे से जुड़ गयी. पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बेगूसराय से सहरसा-फारबिसगंज-जोगबनी स्पेशल मेल एक्सप्रेस ट्रेन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए सहरसा जंक्शन पर हजारों लोग साक्षी बने.

पीएम नरेंद्र मोदी ने सहरसा-जोगबनी मेल एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन के अलावा अन्य कई रेल सेवा सहित विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन कर राष्ट्र के नाम समर्पित किया. उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर प्लेटफार्म नंबर दो पर मंच तैयार किया गया था. यहीं से सहरसा-जोगबनी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन रवाना हुई. सहरसा-जोगबानी एक्सप्रेस ट्रेन को चालक राजेश कुमार और अमित कुमार के अलावा ट्रेन मैनेजर करण कुमार लेकर रवाना हुए. वहीं ट्रेन को सीटीटीआई रंजीत कुमार सिंह के अलावा पुरुषोत्तम कुमार एसी और स्लीपर कोच में तैनात थे.

कार्यक्रम में मुख्य रूप से सांसद दिनेश चंद्र यादव, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक डॉ आलोक रंजन के अलावा पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार यादव मौजूद थे. एडीआरएम 2 आलोक कुमार ने सांसद और विधायक को पाग और शॉल से सम्मानित किया.

बच्चों ने दी शानदार प्रस्तुति

कार्यक्रम की शुरुआत में होली क्रॉस मधेपुरा स्कूल के बच्चों ने राम आयेंगे भजन पर शानदार नृत्य कार्यक्रम की प्रस्तुति दी. विजेता बच्चों को सांसद और विधायक ने पुरस्कृत किया. कार्यक्रम में जिला जदयू के अध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया, जिला महासचिव डॉ सुशील कुमार यादव, युवा जिला अध्यक्ष विनय कुमार यादव, जदयू के वरिष्ठ नेता आनंदी मेहता, हरि नारायण यादव, राजकुमार साह, अमर यादव, देवेंद्र देव के अलावा जदयू के जिला उपाध्यक्ष मानवेंद्र ठाकुर, जदयू जिला अध्यक्ष महिला सीमा गुप्ता, ओवैस करनी, अमरदीप शर्मा, उपेंद्र दास, अर्जुन चौधरी, मोहिउद्दीन राइन सहित भाजपा के जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह, राजीव साह के अलावा भाजपा नगर अध्यक्ष भैरव झा, माधव चौधरी और जदयू के रेवती रमण और अनवर आलम मौजूद थे. कई वरिष्ठ नेता जदयू व भाजपा के शामिल रहे. कार्यक्रम में मंच संचालन श्यामल किशोर सिंह ने किया.

हरी झंडी मिलते ही लोगों ने तालिया से किया जोरदार स्वागत

पीएम नरेंद्र मोदी ने बेगूसराय से जैसे ही सहरसा-जोगबनी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. रेल अधिकारियों के अलावा मौजूद लोगों ने जोरदार तालिया से रवाना होती हुई ट्रेन का स्वागत किया. उद्घाटन कार्यक्रम में समस्तीपुर डिवीजन के एडीआरएम 2 आलोक झा, सहायक कार्मिक अधिकारी 2 अरुण कुमार मंडल के अलावा सीनियर डीएएन 3 सुनील कुमार, समस्तीपुर डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव, सहरसा स्टेशन अधीक्षक मनोज कुमार, दिनेश कुमार, सीएचआई चंदन कुमार चौहान, टीआई किशोर कुमार गुप्ता, आरपीएफ इंस्पेक्टर वंदना कुमारी, जीआरपी थाना प्रभारी रवि भूषण के अलावा रेल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार, आईओडब्लू मनोज कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे.

शनिवार को सिर्फ चलायी गयी स्पेशल ट्रेन

शनिवार को ट्रेन नंबर 05560 सहरसा-जोगबनी के बीच उद्घाटन स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का ही परिचालन किया गया. जो भाया सुपौल, सरायगढ़, ललितग्राम, फारबिसगंज होकर रात्रि 10 बजे जोगबनी पहुंचेगी.

खास बातें

  • कार्यक्रम स्थल प्लेटफार्म नंबर 2
  • 3.30 बजे सज धज कर प्लेटफार्म पर पहुंची सहरसा-जोगबनी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन
  • 110 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से दौड़ी सहरसा-जोगबनी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन
  • चप्पा चप्पा पर आरपीएफ और जीआरपी की थी तैनाती
  • सुरक्षा के लिए स्पेशल डॉग स्क्वाड टीम को लगाया गया था

ट्रेन का किराया

  • सहरसा-जोगबनी थर्ड एसी 505 रुपए
  • सहरसा-जोगबनी स्लीपर क्लास 145 रुपया
  • सहरसा-जोगबनी जनरल क्लास किराया 60 रूपया

नहीं हुआ रिजर्वेशन

सहरसा जोगबनी एक्सप्रेस शनिवार को स्पेशल ट्रेन के रूप में रवाना हुई. पहले दिन ही इस ट्रेन में एक भी आरक्षण नहीं मिल सका. सूत्रों के मुताबिक जानकारी के अभाव में सहरसा से फारबिसगंज-जोगबनी जाने वाले यात्री आरक्षण नहीं कर सके. इसकी वजह यह भी है कि सहरसा-जोगबनी मेल एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन का अचानक से कार्यक्रम रखा गया. नये ट्रैक पर नई ट्रेन सहरसा से जोगबनी मेल एक्सप्रेस ट्रेन शनिवार को हरी झंडी मिलते ही रवाना हुई इंजन पर स्कॉट के लिए यातायात निरीक्षक किशोर कुमार गुप्ता को तैनात किया गया था.

आगामी 5 मार्च से चलेगी नियमित

शनिवार को पीएम मोदी द्वारा सहरसा-जोगबनी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का उद्घाटन होने के बाद इस ट्रेन का नियमित परिचालन आगामी 5 मार्च से होगा. आगामी 5 मार्च से ट्रेन नंबर 13214 सहरसा-फारबिसगंज-जोगबनी एक्सप्रेस ट्रेन का नियमित परिचालन शुरू हो जायेगा. यह ट्रेन सहरसा जंक्शन से रात्रि 11:55 पर खुलेगी और सुबह 4:00 बजे जोगबनी पहुंचेगी. वहीं वापसी में यह ट्रेन 13213 नंबर से जोगबनी से शाम 4:30 पर प्रस्थान करेगी और रात्रि 9:30 पर सहरसा जंक्शन पहुंचेगी. सहरसा-जोगबनी एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों को एसी और स्लीपर कोच की भी सुविधा मिलेगी.

दो बाईपास लाइन का शिलान्यास

ललितग्राम स्टेशन पर 1.5 किलोमीटर लंबी बाईपास लाइन के निर्माण कार्य का शिलान्यास शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शिलान्यास किया. इसके अलावा सरायगढ़ स्टेशन पर 5.5 किलोमीटर लंबी बाईपास लाइन के निर्माण कार्य का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए किया गया. यहां बता दें कि सहरसा से निर्मली की ओर जाने वाली ट्रेनों का सरायगढ़ स्टेशन पर इंजन रिवर्स करने की आवश्यकता होती है. जिसमें लगभग 20 से 25 मिनट लगते हैं. इन बायपास लाइन के निर्माण के बाद सहरसा से भी निर्मली के आने जाने वाली ट्रेनों के सरायगढ़ स्टेशन पर इंजन रिवर्स में लगने वाले समय की बचत होगी. जो रेल यात्रियों के साथ-साथ रेलवे के लिए भी लाभकारी होगा.

दो रैक होगी ट्रेन की

सहरसा से फारबिसगंज और जोगबनी ट्रेन का परिचालन शनिवार से शुरू हो गया. इसके लिए दो रैक की तैयारी की गयी है. एक रैक सहरसा से जोगबनी तक जायेगी. वहींं दूसरी रैक पाटलिपुत्र से जोगबनी तक चलेगी. रेल अधिकारियों के मुताबिक एलएचबी रैक से ही ट्रेन को चलाया जाना है.दो पैसेंजर ट्रेन है पहले से प्रस्तावित, मार्च से चलेगी सहरसा-फारबिसगंज-जोगबनी रूट चालू होने के बाद एक्सप्रेस ट्रेन के अलावा दो पैसेंजर ट्रेन पहले से प्रस्तावित है. इनमें वर्तमान में सहरसा से ललित ग्राम के बीच चलने वाले पैसेंजर ट्रेन का विस्तार फारबिसगंज तक किया जायेगा.

वहीं अन्य दूसरी ट्रेन दरभंगा, निर्मली, झंझारपुर, सरायगढ़, ललित ग्राम के रास्ते फारबिसगंज तक जायेगी. हालांकि इन दोनों ट्रेनों की खबर लिखे जाने तक समय सारणी की घोषणा नहीं की गयी है.पिछले वर्ष ही चलायी जानी थी ट्रेनसहरसा-फारबिसगंज के बीच वर्ष 2023 में ही अमान परिवर्तन का कार्य पूरा हो चुका था. कुछ कंस्ट्रक्शन वर्क अधूरे होने की वजह से ट्रेन परिचालन में देरी आयी है. यहां बता दें कि सहरसा, फारबिसगंज, निर्मली, झंझारपुर, लोकहा, सकरी के आमान परिवर्तन कार्य में 1400 करोड़ की राशि खर्च आयी है.

सरायगढ़ से प्रतापगंज के बीच कब हुआ सीआरएस

  • सुपौल से सरायगढ़ सीआरएस वर्ष 2020
  • सरायगढ़ से प्रतापगंज राघोपुर ललित ग्राम सीआरएस वर्ष 2021

खास बातें

  • वर्ष 2008 में विनाशकारी बाढ़ की वजह से सहरसा-फारबिसगंज के बीच मीटर गेज में टूट गया था रेल नेटवर्क
  • वर्ष 2008 में राघोपुर से फारबिसगंज के बीच बंद कर दी गई थी ट्रेन सेवा
  • वर्ष 2016 में अमान परिवर्तन कार्य के लिए सहरसा से राघोपुर के बीच मेगा ब्लॉक की वजह से मीटर गेज की ट्रेन सेवा बंद कर दी गई थी

2022 से सहरसा फारबिसगंज के बीच प्रस्तावित थी एक्सप्रेस ट्रेन

जोगबनी से पटना के बीच फारबिसगंज, ललित ग्राम, सरायगढ़, निर्मली, झंझारपुर के रास्ते एक्सप्रेस ट्रेन चलाना प्रस्तावित था. इसके अलावा सहरसा से फारबिसगंज के बीच एक नई ट्रेन भी प्रस्तावित थी. पिछले वर्ष 2022 में ही रेलवे बोर्ड ने सहरसा-फारबिसगंज के बीच सहरसा-फारबिसगंज-पटना एक्सप्रेस ट्रेन चलने को लेकर घोषणा जारी की थी. हालांकि ट्रेन की समय सारणी और तारीख की घोषणा नहीं की गयी थी.

बढ़ेगी ट्रेनों की संख्या – सांसद

मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के सांसद दिनेश चंद्र यादव ने बताया कि कोसी और सीमांचल के क्षेत्र के लोगों के लिए काफी खुशी की बात है. लंबे अरसे के बाद एक बार फिर कोसी और सीमांचल के लोग एक होंगे. सामाजिकता के अलावा आर्थिक उन्नति भी बढ़ेगी. सहरसा-फारबिसगंज ट्रेन परिचालन को लेकर कई बार रेल मंत्री को भी अवगत कराये थे. सहरसा-फारबिसगंज-जोगबनी के बीच अधिक से अधिक ट्रेन चलने को लेकर जल्द ही रेल मंत्री से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा कोसी क्षेत्र के कई स्टेशनों को अमृत भारत योजना में शामिल किया गया है. जब से सांसद रहे, रेल हो या कोसी क्षेत्र का विकास, सभी योजनाओं को पूरा किया है. इसके अलावा 194 करोड़ की लागत से सहरसा में जल्द यार्ड रिमॉडलिंग का काम शुरू हो सकेगा. जिसे रेलवे बोर्ड जल्द ही हरी झंडी देगी. वहीं लंबी दूरी की ट्रेनों की सौगात जल्द ही सहरसा को मिलने वाली है.

कोसी क्षेत्र में कई विकास के काम पूरे हुए – विधायक

विधायक विधायक आलोक रंजन ने कहा कि जब से बीजेपी की सरकार बनी है. रेल हो या रोड क्षेत्र के विकास में कोई भी काम अछूता नहीं रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोसी क्षेत्र के अलावा बिहार में विकास के काफी काम किये हैं. कोसी क्षेत्र के लगभग सभी मुख्य स्टेशनों को अमृत भारत योजना में शामिल किया गया है. वहीं आने वाले दिनों में हर छोटे बड़े स्टेशनों का स्वरूप बदल जायेगा. लंबी दूरी की ट्रेनों को सहरसा से चलायी जायेगी.

नवगछिया में पांच जगहों पर सब पंप स्टेशन का कराया गया है निर्माण

प्रधानमंत्री ने नमामि गंगे के अंतर्गत 2190 करोड़ रुपये से अधिक की 12 परियोजनाओं का उद्घाटन किया, इनमें पटना, सोनपुर, नवगछिया और छपरा में जल संशोधन संयंत्र शामिल हैं. इससे गंगा नदी में स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा.
नवगछिया में नमामि गंगे परियोजना का कार्य वर्ष 2020 के 21 अप्रैल से शुरू किया गया है. कार्य एजेंसी ने नवगछिया के पांच जगहों पर सब पंप स्टेशन का निर्माण कराया है, मगर कार्य अभी आधा अधूरा है. बावजूद नमामि गंगे प्रोजेक्ट का उद्घाटन कर दिया गया. नवगछिया में नमामि गंगे प्रोजेक्ट 61 करोड़ 89 लाख रुपये की लागत से तैयार हो रहा है, जिसे वर्ष 2035 तक मेंटेनेंस भी करना है.

नवगछिया नप के सभी छोटी-बड़ी नालियों को जोड़ा गया है, जिससे नालियों का पानी प्लांट तक पहुंच सके और उस पानी को रिफाइंड कर खेती, पोखर या नदी में इस्तेमाल किया जा सके. नवगछिया में बन रहे नमामि गंगे प्रोजेक्ट का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. 20 फीसदी काम नहीं हुआ है. नालियों के पानी को रिफाइंड करने का काम तो हो गया है, मगर उस पानी को इस्तेमाल के लिए अब तक कोई कार्य नहीं हुआ है. पाइपलाइन अब तक नहीं बिछायी गयी है.

नौ लाख लीटर रोज गंदे पानी को साफ करने की है प्लांट की क्षमता

यह प्लांट हर रोज नौ लाख लीटर गंदे पानी को साफ पानी में बदल सकता है. नवगछिया के पांच जगहों पर सब पंप स्टेशन का निर्माण कराया गया है. पहले सब पंप स्टेशन में पानी आयेगा. चैनल से पावर स्टेशन में गंदा पानी पहुंचेगा जहां पानी को रिफाइन किया जायेगा. नवगछिया में गौशाला रोड, नप के पास, सिमरा, उजानी, नवगछिया ब्लॉक के पास सब स्टेशन बनाया गया है. वुडको के कार्यपालक पदाधिकारी कमल किशोर प्रसाद ने बताया कि अभी नवगछिया में कार्य पूरा नहीं हुआ है. पानी रिफाइंड करने के बाद, उसे कहां छोड़ा जायेगा इसकी व्यवस्था नहीं की गयी है. प्रोजेक्ट इंचार्ज अमन कुमार ने बताया कि कुछ काम बाकी है जिसके लिए लगातार कार्यपालक पदाधिकारी विभाग से संपर्क में है.

Next Article

Exit mobile version