PMCH के अलावा बिहार के पांच अन्य अस्पतालों को किया जाएगा विकसित, सभी में होंगे 2500 बेड
पटना में पीएमसीएच और आईजीआईएमएस अस्पताल को वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है. इसके साथ ही राज्य के अन्य मेडिकल कालेज अस्पतालों को विकसित किया जायेगा. सीएम नीतीश कुमार ने ये बातें हृदय रोग विशेषज्ञों के सम्मेलन कॉर्डिकॉन 2023 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहीं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया, बिहार इकाई के वार्षिक सम्मेलन CARDICON-2023 के दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ किया. इसके बाद सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अलावा राज्य के दूसरे मेडिकल कालेज अस्पतालों को विकसित किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमसीएच में 5462 बेडों की स्थापना की जा रही है. इसके अलावा राज्य के पांच बड़े अस्पतालों में प्रत्येक में बेड की संख्या बढ़ाकर पचीस सौ की जा रही है. इसमें इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल मुजफ्फरपुर, अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल गया और दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल दरभंगा शामिल हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके आने के पहले बिहार में सिर्फ छह मेडिकल कॉलेज अस्पताल थे. अब इनकी संख्या 13 हो गयी है. राज्य में और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने बताया कि सात निश्चय-2 के तहत बच्चों में होने वाली जन्मजात बीमारी का मुफ्त इलाज कराने की योजना शुरू की गयी. बच्चों के दिल में छेद होने पर उनको अहमदाबाद भेजकर मुफ्त में इलाज कराया जा रहा है. अहमदाबाद में अभी तक 794 बच्चों का ऑपरेशन हो चुका है. इसी प्रकार से राज्य के अंदर आइजीआइएमएस में 198 बच्चों का और आइजीआइसी में 24 बच्चों का ऑपरेशन मुफ्त में किया गया है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि मुम्बई में रोगियों के लिए बिहार सरकार ने व्यवस्था करायी है. वहां पर अब जमीन लेकर मरीजों को ठहरने के लिए व्यवस्था की जा रही है. मरीजों के मुफ्त इलाज के बाद भी गरीब तबका के मरीजों को आर्थिक सहायता भी दी जाती है.
मुख्यमंत्री ने हृदय रोग विशेषज्ञों के सम्मेलन कॉर्डिकॉन 2023 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद उन्होंने राजधानी के राजवंशी नगर में हड्डी रोग का सुपरस्पेसलिटी अस्पताल का निर्माण कराया. लोकनायक का वहां पर कभी इलाज हुआ था तो लोकनायक के नाम पर उस अस्पताल का नामाकरण भी किया. इसी प्रकार से आंख के सुपर स्पेसलिटी अस्पताल के रूप में राजेंद्र नगर अस्पताल का निर्माण कराया गया.
सीएम ने कहा कि सबसे पहले न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल को डायबेटिक सेंटर के रूप में विकसित करने की दिशा में काम किया गया. न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में तत्कालीन उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत को बुलाकर बिहार में मुफ्त दवा वितरण का कार्यक्रम की शुरूआत करायी गयी. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि अभी तक न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल का विकास नहीं हुआ है. समारोह में उपस्थित स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह को निर्देश दिया कि डायबेटिक सेंटर के रूप में न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल को सुपरस्पेसलिटी के रूप में विकसित करने का काम करावें.
मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी ह़दय रोग संस्थान आइजीआइसी के लिए अलग से रास्ता देने की मांग पर कहा कि इसके लिए पहले से ही निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री ने समारोह में कॉर्डिकॉन 2023 की स्मारिका का भी विमोचन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने चिकित्सकों से हर्ट अटैक के दर्द और सामान्य प्रकार के दर्द के बारे में छोटे अस्पतालों के चिकित्सकों और आम जनों में जागरुकता फैलाने की अपील की.
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