तेजस्वी के आदेश बेअसर, नहीं सुधरी PMCH की व्यवस्था, औचक निरीक्षण में गायब मिले तीन डॉक्टर और पांच नर्स
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएएस ठाकुर ने देर रात 12:15 बजे अचानक अलगअलग वार्डों में निरीक्षण किया. इस दौरान तीन डॉक्टर समेत पांच ए ग्रेड नर्स अनुपस्थित मिलीं. अधीक्षक ने उपस्थिति पंजिका चेक की, तो इनमें से कुछ डॉक्टर व नर्स ने उसमें हस्ताक्षर भी किये थे.
पटना. डॉक्टर व नर्सों के ड्यूटी से गायब रहने की लगातार शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर बिहार के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों ने सोमवार की देर रात एक साथ औचक निरीक्षण किया. इसी क्रम में पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएएस ठाकुर ने देर रात 12:15 बजे अचानक अलगअलग वार्डों में निरीक्षण किया. इस दौरान तीन डॉक्टर समेत पांच ए ग्रेड नर्स अनुपस्थित मिलीं. अधीक्षक ने उपस्थिति पंजिका चेक की, तो इनमें से कुछ डॉक्टर व नर्स ने उसमें हस्ताक्षर भी किये थे. जब उनकी खोजबीन की गयी, तो वे गायब मिले.
कोई दौड़ते-दौड़ते आया, तो किसी का पता नहीं चला
डॉ आइएस ठाकुर सबसे पहले टाटा वार्ड पहुंचे, जहां दो नर्स गायब थीं. उन्होंने ड्यूटी रोस्टर को मंगाकर उनकी हाजिरी काट दी और रजिस्टर साथ चल रहे कर्मचारियों को दे दिया. इसके बाद वह राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक, इएनटी, मेडिसिन, आइ, हथुआ वार्ड व गुजरी वार्ड पहुंचे. वहां भी तीन नर्स गायब मिलीं. मरीज इंजेक्शन व पानी का बोतल लगवाने के इंतजार में खड़े थे.
प्रसूति रोग विभाग सहित सभी वार्डों में धावा बोला
इएनटी, टाटा वार्ड व एक अन्य वार्ड के डॉक्टर गायब मिले. वहीं सूचना के बाद कुछ दो नर्स व एक डॉक्टर दौड़ते-दौड़ते वार्ड में पहुंचे, लेकिन उनकी हाजिरी काट दी गयी. दो घंटे चले निरीक्षण में वह इएनटी, इमरजेंसी, राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग सहित सभी वार्डों में धावा बोला.
गायब डॉक्टर व नर्सों की पूरी जानकारी विभाग को दी गयी
गायब कुल डॉक्टर व नर्सों को देख अधीक्षक आग बबूला हो उठे. अधीक्षक जब टाटा वार्ड पहुंचे तो वहां पर एक मरीज जो काफी देर से नर्स का इंतजार कर रहा था उसे डॉ आइएस ठाकुर ने दूसरे नर्स को बुलाया और इंजेक्शन लगवाने के बाद उसे दवा भी दिलवाया. वहीं गायब डॉक्टर व नर्सों की पूरी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को लिखित रूप में दी गयी है.