पटना. बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को अचानक दिल्ली तलब किया गया है. मंगलवार की शाम दिल्ली से उनकी बुलाहट हुई. बुधवार दोपहर दो बजे राज्यपाल दिल्ली जायेंगे. बताया जा रहा है कि पीएमओ ने राज्यपाल को दिल्ली बुलाया है.
सूत्रों की माने तो राज्यपाल को दिल्ली में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मिलने को कहा गया है. अचानक दिल्ली तलब किये जाने और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिलने को लेकर बिहार के राजनीतिक गलियारे में तरह तरह के कयास लगाये जा रहे हैं.
दरअसल, राज्यपाल के ऊपर कई गंभीर आरोप उच्च पद पर बैठे लोगों ने लगाया है. न केवल उनके नाम पर वसूली की बात सामने आयी है बल्कि उनपर भ्रष्टाचारी को संरक्षण देने का भी आरोप लगा है. मंगलवार को ही कई आरोपों से घिरे मिथिला विवि के कुलपति को राज्यपाल ने सर्वश्रेष्ट कुलपति के तौर पर सम्मानित किया है.
इधर मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के वीसी ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से कहा है कि राजभवन का करीबी बताकर एक व्यक्ति उनसे वसूली कर रहा है. ऐसे आरोपों के बीच राज्यपाल का दिल्ली से तलब किया जाना चर्चा का विषय बन गया है.
दरअसल, मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विवि के कुलपति प्रो. कुद्दुस ने राज्यपाल और सीएम नीतीश को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है. उन्होंने एक नहीं कई विश्वविद्यालयों में फर्जी भुगतान करने का मामला उजाकर किया है. उन्होंने पत्र में साफ शब्दों में कहा है कि उनपर फर्जी बिल पास करने का दबाव बनानेवाला खुद को राजभवन का करीबी बता रहा है.
इतना ही नहीं प्रो. कुद्दुस ने अपने पत्र में उत्तर पुस्तिका खरीद के टेंडर में कार्यकारी-प्रभारी कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप की भूमिका की जांच की भी मांग की है, जिसे आज राज्यपाल ने सर्वश्रेष्ट कुलपति के रूप में सम्मानित किया है.
Posted by Ashish Jha