जहरीली शराबकांड: नीतीश कुमार छुपा रहे हैं आंकड़े, बोले आरके सिंह- मुआवजा देने से नहीं कर सकते इनकार

सारण जहरीली शराब कांड के आंकड़े को लेकर अब बिहार सरकार निशाने पर है. पहले भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आंकड़ों पर सवाल उठाया तो अब केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने भी कह दिया है कि बिहार सरकार मरनेवालों की संख्या छुपा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2022 7:05 PM

पटना. सारण जहरीली शराब कांड के आंकड़े को लेकर अब बिहार सरकार निशाने पर है. पहले भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आंकड़ों पर सवाल उठाया तो अब केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने भी कह दिया है कि बिहार सरकार मरनेवालों की संख्या छुपा रही है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि छपरा के लोगों ने उन्हें बताया है कि 200 के करीब लोग मारे गये हैं. अधिकतर शवों को जला दिया गया है.

शराबबंदी करने में पूरी तरह फेल

बिहार के प्रशासनिक विफलता पर चोट करते हुए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने नीतीश सरकार शराबबंदी करने में पूरी तरह फेल है. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से इतनी मौतें हुई हैं. नीतीश कुमार ने ऐसा कानून बनाया, जिसे उनकी ही सरकार ने सही ढंग से लागू तक नहीं कर पायी. उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह लापरवाह और नकाबिल साबित हुई है.

अपराध के लिए जेलों में गरीब लोग बंद

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण ही आज लोगों को आसानी से शराब मिल जाती है. प्रशासनिक लापरवाही का खामियाजा आम लोगों उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार का प्रशासन न केवल लापरवाह है बल्कि वो नकाबिल भी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर बिहार का प्रशासन काबिल है तो शराब बेचने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती है? इस अपराध के लिए जेलों में गरीब लोग बंद हैं. छोटे कर्मचारियों को निलंबित कर बड़े अधिकारियों को बचाया जा रहा है.

नीतीश कुमार मुआवजा देने से इनकार नहीं कर सकते

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जहरीली शराब से मौतें प्रशासनिक लापरवाही के कारण हुई है. राज्य सरकार इसके लिए जिम्मेदार है, इसलिए पीड़ित को मुआवजा दिया जाना चाहिए. वैसे भाजपा की इस मांग को सीएम नीतीश कुमार ठुकरा चुके हैं. उन्होंने सोमवार को भी विधानमंडल में दोहराया कि शराब पीने से मौत पर मुआवजे का प्रावधान नहीं है. सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार मुआवजा देने से इनकार नहीं कर सकते.

Next Article

Exit mobile version