बिहार: बारूद के ढेर पर है भागलपुर का नाथनगर इलाका, बम विस्फोट की हर घटना को भूल बैठती है पुलिस
भागलपुर का नाथनगर इलाका बारूद की ढेर पर है. यहां हाल में बम विस्फोट की घटना घटी है. पूर्व में भी ऐसी घटनाएं घटती रही है. पुलिस हर घटना के बाद छापेमारी शुरू करती है लेकिन पूर्व की घटनाएं गवाह हैं कि ये गंभीर मामले ठंडे बस्ते में ही गयी हैं.
भागलपुर का नाथनगर इलाका एकबार फिर से बम को लेकर चर्चे में है. नाथनगर में पिछले दिनों एकबार फिर से शक्तिशाली बम विस्फोट हुआ है. दो बच्चे खेलने के क्रम में बम को खिलौना समझकर उठा लाए. बम विस्फोट के बाद दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए. आरोपित पुलिस गिरफ्त से बाहर है. नाथनगर में बम विस्फोट की ये पहली घटना नहीं है. ऐसी घटनाएं पूर्व में भी घटित होती रही हैं. कई बच्चों की मौत बम की चपेट में आकर हुई लेकिन कुछ दिनों की जांच के बाद मामला पुलिस ने ठंडे बस्ते में ही डाला है.
बारूद की ढेर पर नाथनगर इलाका
भागलपुर का नाथनगर इलाका एकबार फिर से बम धमाके से दहला है. गुरुवार को मनोहरपुर में बम विस्फोट की घटना घटी जिसने पुलिस की नींद हराम की है. छापेमारी लगातार जारी है. लेकिन अगर पूर्व की घटनाओं पर प्रकाश डाला जाए तो पुलिसिया कार्रवाई की हकीकत सामने दिखती है. पूर्व में बम विस्फोट की घटनाओं की फाइलें ठंडे बस्ते में जा चुकी है. जिससे अपराधियों के मनोबल बढ़े हुए हैं और बम विस्फोट की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही.
Also Read: बिहार: भागलपुर में इंजीनियर पिता ने कपड़े खरीदने के लिए नहीं दिए पैसे तो इकलौते बेटे ने की खुदकुशी, मचा कोहराम
पुलिस पूर्व की घटनाओं में भी पड़ी सुस्त
बगीचे, झाड़ी व अन्य जगहों की बात तो दूर अप्रैल 2022 में तो सिपाही प्रशिक्षण केंद्र तक के परिसर में बम बरामद किए गए थे. मार्च 2018 में सुखराज हाई स्कूल परिसर में बच्चों ने खेल के क्रम में सामने रखा बम उठा लिया था जो विस्फोट कर गया था. 2019 में कबीरपुर में गैरेज में मिले दो बमों का रहस्य आजतक पुलिस सामने नहीं ला सकी.
गिरती रही लाशें, एकबार फिर खत्म हुआ बदमाशों का खौफ
दिसंबर 2021 में नाथनगर रेलवे ट्रैक किनारे बम विस्फोट से मोहम्मद अब्बास की मौत हो गयी थी. इस मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं. नाथनगर में पूर्व में हुए बम धमाकों में कई लोगों की जान जा चुकी है जबकि कई अपंग हो चुके हैं. 2021 में बम निरोधक दस्ता बुलाकर नाथनगर इलाके में बड़ी छापेमारी की गयी थी लेकिन फिर सबकुछ पूर्व की तरह ही हो चुका है और बम जहां-तहां रखे जाने लगे हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan