पटना. बिहार की राजधानी पटना में लॉकडाउन के दौरान मंगलवार को पटना पुलिस की सख्ती का खामियाजा नगर निगम के एक सफाई कर्मचारी अजीत कुमार को भुगतना पड़ गया. सफाई कर्मियों को बाहर निकलने की मनाही नहीं है. नियम का उल्लंघन होते देख पुलिस ने अजीत को इतनी बुरी तरह से पीटा कि उसका सिर ही फट गया. उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाना पड़ा. यह मामला पटना के गौरीचक थाना इलाके का है. दरअसल, अजीत का घर गौरीचक थाना के कंसारी शेखपुरा गांव में है. नगर निगम की तरफ से अजीत की ड्यूटी पाटलिपुत्र इलाके में वार्ड नंबर 24 में लगी हुई थी. शाम के 4 बजे से उसकी ड्यूटी शुरू होनी थी. इसके लिए मंगलवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे वह अपने घर से निकला था. बाइक से जाने के क्रम में उसे गौरीचक थाना की पुलिस ने अपने एरिया में रोक दिया. उससे पूछताछ की.
निगम का ड्रेस व आइकार्ड दिखाने पर भी पिटा
पीड़ित की मानें, तो अजीत ने नगर निगम की तरफ से जारी किये गये अपने आइडी कार्ड को भी पुलिस को दिखाया. पूछे गये सारे सवाल का जवाब दिया. नगर-निगम से मिली हुई ड्रेस भी उसने पहन रखी थी. अजीत का आरोप है कि पूरी बात बताने के बाद भी उसे ड्यूटी पर जाने से रोका गया. उसे वापस घर लौटने को कहा गया. इसके बाद उसके साथ एक पुलिसकर्मी ने गाली-गलौज और मारपीट की. इस मामले में कर्मचारी ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से शिकायत की है.
निगम कर्मियों की हौसला अफजाई को साथ घूम रहे अफसर
पटना राजधानी में एक ओर जहां कोरोना के प्रभाव से बचाने और शहर को स्वच्छ रखने के लिए निगम के सफाई कर्मियों द्वारा सफाई के साथ-साथ कीटाणुनाशक दवा व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. इस काम में सफाई कर्मियों के साथ पदाधिकारी भी सहयोग कर रहे हैं. एक ओर सफाई कर्मियों पर पुलिस डंडा भी बरसा रही है. वही वर्जित क्षेत्रों में सफाई का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, वहां पर निगम के वरीय पदाधिकारी खुद मुस्तैद रहते हैं. नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा सफाई व्यवस्था की देखरेख कर रहे हैं. इसके लिए वे निगम के सफाईकर्मियों के बीच जाकर उनके साथ रहते हैं, ताकि निगम के सफाई कर्मियों का हौसला बुलंद रहे. अपर नगर आयुक्त सफाई शीला ईरानी के अलावा संबंधित अंचल के कार्य पदाधिकारी निगम कर्मियों के साथ रहते हैं. साफ सफाई की व्यवस्था आवश्यक सेवा के तहत होने के कारण निगम के सफाई कर्मियों का ड्यूटी पर आना आवश्यक है.