मुंगेर में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चल रहे अभियान के तहत छापेमारी करने गये उत्पाद विभाग के जवानों के साथ एक शराब माफिया ने हाथापाई शुरू कर दी. इस दौरान उत्पाद विभाग का एक प्राइवेट ड्राइवर कुंए में गिर गया और उसकी मौत हो गयी. जिसके बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने शव को पुलिस के कब्जे से छीन लिया और सड़क जाम करके जमकर बवाल काटा और तोड़फोड़ किए.
शराब माफिया ने जवानों से की धक्कामुक्की, कुंए में गिरकर चालक की मौत
दरअसल, मुंगेर लोकसभा के लिय चौथे फेज यानी 13 मई को चुनाव होना है. जिसे लेकर उत्पाद विभाग द्वारा शराब निर्माताओं और शराब माफियाओं के खिलाफ जब मंगलवार की सुबह धरहरा थाना क्षेत्र के दशरथी में छापेमारी अभियान चला रही थी तो इस दौरान एक शराब माफिया उनके हत्थे चढ़े. जिसे उत्पाद विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान शराब माफिया ने उत्पाद विभाग के जवानों के साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी. इसी धक्का मुक्की के दौरान उत्पाद विभाग में कार्यरत एक प्राइवेट ड्राइवर राकेश चौधरी बगल के कुआं में गिर गया और उसकी मौत हो गई.
मौत पर मचा बवाल, सड़क जाम
चालक की मौत के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया और जब पुलिस के द्वारा मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिय लाया जा रहा था तो उसी समय अस्पताल से पहले ग्रामीणों के द्वारा वाहन पर हमला करते हुए गाड़ी के शीशा को क्षतिग्रस्त कर दिया. उन्होंने शव को जबरदस्ती अपने कब्जे में ले लिया और वहां से भाग गए. शव को उत्पाद थाना के समक्ष रखकर उन्होंने सड़क जाम कर दिया. वे लोग मुआवजे की मांग करने लगे.
मृतक के पिता बोले..
मृतक के पिता सुबोध चौधरी ने बताया की एक साल पहले ही उसके बड़े बेटे राकेश चौधरी ने प्राइवेट ड्राइवर के रूप में उत्पाद विभाग में ज्वाइन किया था. अभी एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी. वह तीन माह की छोटी बेटी का पिता था. मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
अधिकारी ने जतायी ये आशंका..
इस मामले में सहायक मद्य आयुक्त विवेक कुमार ने बताया कि पकड़ाए गए शराब स्टॉक के पास ड्राइवर को निगरानी के लिय छोड़कर सभी भागे हुए अपराधी को पकड़ने के लिए चले गए थे. इसके पीछे किस तरह से यह हादसा हुआ इसकी जानकारी नहीं है. बरहाल फरार शराब माफियाओं को चिन्हित करते हुए चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.