पटना. गर्दनीबाग थाने के अनिसाबाद के यूएफओ मॉल में माई तारा माइक्रो क्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से ऑफिस खोल कर बिहार, दिल्ली, यूपी व पंजाब के वितरकों से पांच करोड़ रुपये लेकर फरार होने वाले कंपनी के निदेशक जीतेंद्र कुमार यादव को पकड़ने के लिए पुलिस समस्तीपुर के हसनपुर जायेगी. वहां जीतेंद्र का पैतृक आवास है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उसके छह मोबाइल नंबरों पर कॉल किया, लेकिन सभी स्विच ऑफ थे. अब पुलिस उन नंबरों का सीडीआर निकालेगी और जांच करेगी कि उसने किन-किन लोगों से बात की थी. उसके आधार पर पुलिस उस तक पहुंचेगी. जीतेंद्र ने माई तारा माइक्रो क्रेडिट नाम से कंपनी बनायी थी और इसका कार्यालय पटना के साथ ही नोएडा में खोला था. यह कंपनी मनी ट्रांसफर, रिचार्ज, बिल पेंमेंट, आधार से पैसे निकालने का काम करती थी.
चैनल पार्टनरों व वितरकों के माध्यम से करोड़ों रुपये कंपनी के अकाउंट में जमा होने के बाद जीतेंद्र कुमार यादव अपने साथियों के साथ फरार हो गया. यहां तक की पटना में इसने जहां अपना कार्यालय खोला था, वहां भी एक साल से किराया का भुगतान नहीं किया था. निदेशक व अन्य के खिलाफ कंपनी के रीजनल सेल्स मैनेजर व गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी, आजाद विहार निवासी राहुल सिंह ने गर्दनीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
उन्होंने निदेशक जितेंद्र कुमार यादव (बल्लपुर, भटवन, हसनपुर, समस्तीपुर) के साथ ही सुजाता कुमारी (जमुनिया, जसोली,पश्चिमी चंपारण), धर्मेंद्र कुमार (बल्लपुर, भटवन, हसनपुर, समस्तीपुर), और निकहत जहां (लोयाबाद कोक प्लांट, बंसजोर, धनबाद, झारखंड) को भी आरोपित बनाया है. नोएडा में भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. गर्दनीबाग थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने इसकी पुष्टि की है.
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कंपनी की ओर से वितरकों व अन्य लोगों को 19 मई से पेमेंट और सर्विस देना बंद कर दिया. इसके बाद सभी अनिसाबाद स्थित कंपनी कार्यालय पहुंचे. कार्यालय बंद था. निदेशक व अन्य फरार थे. इसके बाद एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो से वितरकों ने मुलाकात की तो गर्दनीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी.