भागलपुर. सारण में हुए हूच ट्रेजेडी (शराब पीने से हुई मौतें) के मामलों में विशेष टीम ने कांड का उद्भेदन कर दिया है. उक्त मामले में अवैध व जहरीली शराब बनाने और उसका अवैध कारोबार करने वाले लोगों की हुई गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ है कि जिस जहरीली शराब को पीकर लोगों की मौत हुई थी उसमें होम्योपैथी दवाओं का मिश्रण किया गया था. उक्त घटना संज्ञान में आने के बाद अब पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों की पुलिस सहित बिहार पुलिस की खुफिया एजेंसियों को इसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी लोगों पर नजर रखने को कहा गया है. पुलिस खासकर उन लोगों पर नजर रखेगी जो अवैध रूप से होम्योपैथी दवाओं या उसमें इस्तेमाल होने वाले स्प्रिट की खरीद करते हैं. वहीं जिन लोगों के पास इसका लाइसेंस हैं उनसे भी जानकारी लेने का निर्देश दिया गया है कि जिला में कौन कौन से लोग ज्यादा मात्रा में होम्योपैथी दवाओं और उसमें इस्तेमाल होने वाले स्प्रिट का क्रय करते हैं. उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष 2022 में होली के ठीक बाद भागलपुर शहरी क्षेत्र सहित आसपास के जिलों में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का मामला सामने आ चुका है.
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हालांकि उक्त जहरीली शराब के झारखंड में अवैध रूप से निर्माण, बॉटलिंग होने और उसकी तस्करी और अवैध कारोबार करने का मामला भी सामने आ चुका है. इसके बाद सारण में हुई मौतों के बाद पुलिस को जहरीली शराब बनाने में होम्योपैथी दवाओं के इस्तेमाल ने पुलिस को भौंचक्का कर दिया है. जिसके बाद भागलपुर जिला में इस तरह की घटना न हो इसके लिए उक्त बिंदु पर निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए ज्यादा से ज्यादा आसूचनाओं का संकलन करने का निर्देश दिया गया है.