पटना के पत्रकार नगर थाने के योगीपुर नहर के पास सोमवार की शाम करीब पांच बजे हुए कुख्यात भोला राय की हत्या के मामले में अज्ञात के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. खास बात यह है कि भोला राय की आपराधिक छवि होने के कारण उसके परिजनों ने शव लेने से इन्कार कर दिया. साथ ही प्राथमिकी भी दर्ज नहीं करा रहे थे. लेकिन पुलिस ने समझाया और नियम-प्रक्रिया भी बतायी, तो परिजन शव लेने पर राजी हुए. इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है. एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. परिजन ने शव लेने से इन्कार कर दिया था. लेकिन बाद में समझा-बुझा कर शव को सौंप दिया गया है.
भोला राय मर्डर केस में एसएसपी राजीव मिश्रा ने घटना में शामिल अपराधियों की पहचान के लिए सिटी एसपी पूर्वी संदीप सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनायी है. पुलिस टीम ने मंगलवार को घटनास्थल व उसके आसपास इलाके का सीसीटीवी कैमरा खंगाला. साथ ही कई लोगों से पूछताछ भी की. इसमें कई अहम जानकारियां मिली हैं. टीम ने पटना बाइपास से सटे रामकृष्णा नगर, जगनपुरा, मुन्ना चक, जोगीपुर से लेकर फतुहा तक छापेमारी की.
पुलिस को जांच के बाद कुछ लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है. इन लोगों से जमीन का विवाद भोला राय का कुछ दिनों से चल रहा था. सूत्रों का कहना है कि एक जमीन की बाउंड्री को भोला राय व उसके लोगों ने गिरा कर कब्जा करने की कोशिश भी की थी. हालांकि, वह सफल नहीं हो पाया था. सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने दो संदिग्ध लोगाें को भी पकड़ा है और उससे पूछताछ की जा रही है. भोला मूल रूप से परसा बाजार के सोताचक का रहने वाला था. परिजन भी इसकी हरकतों से काफी परेशान थे.
Also Read: पटना में कुख्यात अपराधी भोला राय की दिनदहाड़े हत्या, 15 साल से अपराध की दुनिया में था सक्रिय
जांच के दौरान पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि अपराधियों ने उसे नाइन एमएम पिस्टल से गोली मारी है. आमतौर पर इस तरह के हथियार पेशेवर अपराधियों के पास होते हैं. साथ ही गोली मारने वाले अपराधी हेलमेट व मास्क में थे. इसके कारण उनकी पहचान फिलहाल नहीं हो पायी है.