सारण शराब कांड के बाद पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी, अब तक नौ कारोबारियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल

छपरा के इसुआपुर थाना पुलिस लगातार शराब विक्रेताओं के यहां छापामारी कर रही हैं. इस क्रम में पुलिस सात धंधेबाजों को पकड़ कर जेल भेज दिया है. वहीं, बक्सर पुलिस ने दो युवकों को शराब के साथ गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2022 6:05 PM

बिहार के सारण जिले में पुलिस ने शराब तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. छपरा के इसुआपुर थाना पुलिस लगातार शराब विक्रेताओं के यहां छापामारी कर रही हैं. इस क्रम में पुलिस सात धंधेबाजों को पकड़ कर जेल भेज दिया है. पकड़े गये धंधेबाजों में हरे राम महतो पिता हीरा महतो, सूरज महतो पिता हरेराम महतो, जीतेश कुमार, नरेश राय, जय प्रकाश राय, मुकेश राय पिता योगेंद्र राय ग्राम अगौथर नंदा, अनुज सिंह पिता दीपनारायण सिंह ग्राम गंगोई शामिल है. बतादें कि छपरा के इसुआपुर प्रखंड में जहरीली शराब से होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ते जा रहा है.

शराब लेकर जा रहे युवक की बाइक पलटी, गिरफ्तार

बक्सर के नावानगर थाना के केसठ बासुदेवा पथ पर केसठ विधायक टोला के पास ब्रेकर पर बाइक पलट गयी. बाइक पलटने से दो लोग गम्भीर रूप से जख्मी हो गये. दोनों बोरे में शराब का खेप लेकर बासुदेवा जा रहे थे. शराब का खेप लेकर जा रहे तस्करों को ग्रामीणों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केसठ में भर्ती कराया गया. इसके बाद ग्रामीणों द्वारा पुलिस को फोन किया गया. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जब बोरे का तलाशी लिया तो बोरे में 20 लीटर महुआ शराब बरामद हुआ. शराब बरामद होने के बाद बाइक और शराब जब्त करते हुए पीएचसी पहुच दोनों तस्करों को हिरासत में इलाज कराया. इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

Also Read: छपरा जहरीली शराब कांड पर आयोग ने लिया संज्ञान, बिहार सरकार से चार दिन में मांगी रिपोर्ट
2078 बंदियों में 776 बंदी शराब के मामले से संबंधित

मंडल कारा से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडल कारा में शुक्रवार की सुबह बंदियों की कुल संख्या 2078 थी. जिसमें 776 बंदी शराब से संबंधित मामलों के थे. जिनमें शराब सेवन, बेचने, भंडारण आदि से जुड़े है. मंडल कारा की क्षमता 931 बंदियों के रखने की है. परंतु, शराब से जुड़े मामले में हर रोज इतने ज्यादा व्यक्ति गिरफ्तार होकर आ रहे है कि मंडल कारा में रहने वाले सामान्य बंदियों को जगह के अभाव में भेड़ बकरियों के सामान रहने की मजबूरी होती है.

Next Article

Exit mobile version