मंत्री के भाई समेत 10 के खिलाफ वारंट लेने कोर्ट पहुंची पुलिस, कहा- शराब बरामदगी मामले में है आरोपित

बोचहां थाने के अर्जुन मेमोरियल स्कूल के परिसर से शराब बरामदगी का मामला तूल पकड़ने के बाद बुधवार को पुलिस ने हंसलाल राय समेत 10 आराेपितों के खिलाफ वारंट जारी करने के लिए उत्पाद काेर्ट में अर्जी दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 18, 2021 6:35 AM

मुजफ्फरपुर. बोचहां थाने के अर्जुन मेमोरियल स्कूल के परिसर से शराब बरामदगी का मामला तूल पकड़ने के बाद बुधवार को पुलिस ने हंसलाल राय समेत 10 आराेपितों के खिलाफ वारंट जारी करने के लिए उत्पाद काेर्ट में अर्जी दी है. हंसलाल राय भूमि एवं राजस्व मंत्री रामसूरत यादव के भाई हैं. बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने शराब बरामदगी का यह मामला उठाया था. इस मुद्दे पर विधानसभा में हंगामा भी हुआ था.

बाेचहां के थानेदार राजेश रंजन ने बताया कि यह नवंबर, 2020 का ही मामला है. उस समय तीन लाेगाें काे माैके से ही गिरफ्तार किया गया था. दाे अाराेपित बाद में पकड़े गये थे. शेष 10 अाराेपितों पर जांच में मामला सत्य पाये जाने के बाद वारंट के लिए काेर्ट में अर्जी दी गयी है, जिनमें हंसलाल राय का नाम भी शामिल है.

बता दें कि आठ नवंबर, 2020 काे रात 12 बजे बाेचहां थाने की पुलिस ने चाैरसिया चाैक के पास स्थित अर्जुन मेमाेरियल स्कूल परिसर में छापेमारी कर एक ट्रक, चार पिकअप वैन पर लदे 816 कार्टन शराब जब्त की थी. इसमें 15 लाेगाें के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. स्कूल परिसर का मालिक हंसलाल राय काे बताते हुए एफअाइअार में 10वें नंबर उनका नाम अंकित है.

पर्यवेक्षण रिपोर्ट में एसएसपी ने सभी अाराेपितों की गिरफ्तारी का अादेश दिया था.आरोपित हंसलाल राय ने अग्रिम जमानत लेने के लिए काेर्ट में अर्जी दी थी, जिसे जनवरी में ही कोर्ट ने खारिज कर दिया था. इसके बाद उन्हाेंने हाइकाेर्ट में जमानत लेने के लिए अर्जी दी है.

स्कूल मेरे नाम से नहीं : रामसूरत

मालूम हो कि राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने मंगलवार को विधानसभा में इस मामले में वक्तव्य दिया था. उनका कहना है कि जिस स्कूल से शराब की बरामदगी हुई है, वह उनके नाम से नहीं है. जमीन उनके भाई की है. इस मामले से उनका कोई संबंध नहीं है.

एसएसपी जयंत कांत ने कहा कि पुलिस मामले में कानूनी रूप से कार्रवाई कर रही है. फरार आरोपितों की गिरफ्तारी का अादेश दिया जा चुका है. इसके तहत ही काेर्ट में वारंट के लिए अर्जी दी गयी है. वारंट मिलते ही गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हाेगी. गिरफ्तारी नहीं हाेने पर कुर्की की कार्रवाई हाेगी.

Posted by Ashish Jha

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