पटना. एमआइटियन-पुलिस भिड़ंत मामले में सिपाही रमीज रजा के बयान पर ब्रह्मपुरा थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें चार छात्रों को नामजद और 100 अज्ञात छात्रों को आरोपित किया गया है. इनपर सिपाही रमीज रजा के साथ मारपीट और उसका सर्विस पिस्टल लूटने का आरोप लगाया है.
बताया जा रहा है कि गुरुवार देर शाम बेगूसराय जिले के तेघरा थाना क्षेत्र के दुलारपुर निवासी प्रद्युमन कुमार, गया के बाके बाजार थाना क्षेत्र के तिलैया गांव के छात्र निकेत कुमार और बांका जिला के बाराहाट थाना क्षेत्र के छात्र ऋषि कुमार को ब्रह्मपुरा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. लेकिन, निकेत के कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से उसे एसकेएमसीएच में कोरेंटिन कर दिया गया. वहीं, ऋषि और प्रद्युमन को कोर्ट ने सुनवाई के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. ऋषि का हाथ टूट गया है.
ब्रह्मपुरा थाने को दिये आवेदन में सिपाही रमीज ने बताया है कि वह शाम करीब पांच बजे अपने बाइक से सिपाही अजय पासवान के साथ लौट रहा था. सदर थाना के दिघरा स्थित चेक पोस्ट पर प्रतिनियुक्ति थी. वह पुलिस लाइन में सेवा पुस्तिका शाखा में कार्यरत है. इस दौरान एक छात्र ने उसे कॉलेज गेट के समीप रुकने को कहा और फिर नामजद प्रियांशु कुमार और प्रद्युमन कुमार ने उसके साथ मारपीट की.
वहीं, एमआइटी कैंपस में पूरे दिन छात्रों का हुजूम पुलिस हिरासत से छूटकर वापस लौटने वाले साथियों के इंतजार में जहां-तहां खड़ा था. वहीं, शैक्षणिक गतिविधियां ठप थीं. प्राचार्य के साथ सभी शिक्षक अहियापुर थाने पहुंच गये थे. घटना के बाद पुलिस ने 18 छात्रों को हिरासत में लिया था. दोपहर दो बजे के करीब 15 छात्रों को छोड़ दिया गया. प्राचार्य डॉ सीबी महतो ने बताया कि पुलिस ने जिन तीन छात्रों को नहीं छोड़ा, उन्हें घटना में संलिप्त मान रही है. हालांकि सिपाही का पिस्टल किसने छीना, इसकी जानकारी नहीं हो सकी है.