मुजफ्फरपुर. एक तरफ डीजीपी आरएस भट्टी कहते हैं कि पुलिस अपराधी को दौड़ाये, लेकिन जमीन पर अपराधी के बदले पुलिस दौड़ती दिख रही है. आये दिन कहीं न कहीं पुलिस खदेड़ दी जा रही है. ताजा मामला मुज़फ़्फ़रपुर का है. यहां एक केस के आरोपी को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया. लोगों ने पुलिस को गांव से खदेड़ दिया. पुलिस के जवान जैसे-तैसे जान बचाकर वहां से निकले. शुक्र रहा कि इस हमले मेुं किसी जवान को कोई गंभीर चोट नहीं आयी.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि मुज़फ़्फ़रपुर जिले के मनियारी थाना क्षेत्र के पुरषोत्तमपुर गांव में एक शख्स पर सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न करने सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज था. इसी को लेकर पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची थी. पुलिस टीम को देखते ही आरोपित के घरवालों ने उसपर हमला बोल दिया. लोगों ने पुलिस को वहां से खदेड़ दिया. अभियुक्त को पकड़ने गयी पुलिस टीम ने घर में किसी तरह छुप- छुपाकर अपनी जान बचायी है. इस घटना में किसी को भी अधिक चोट नहीं आयी है.
पुलिस टीम पर हमले की जानकारी मनियारी थाना अध्यक्ष हेमंत कुमार को दी गयी, तो वो तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को किसी- तरह से समझाकर शांत करवाया. इसके साथ ही पुलिस पर हमला बोलने के मामले में एक महिला की पहचान कर पुलिस टीम उसे अपने साथ थाना ले गयी है. उससे फिलहाल यह जानने की कोशिश में जुटी है कि आखिर इस वजह से उसने पुलिस टीम हमला किया गया है. इसके साथ ही इस पूरे मामले पर पूछे जाने पर डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद ने बताया कि पुलिस टीम पर हमला की बात निकल कर सामने आयी है. पूरे मामले की तहकीकात चल रही है. दोषी कोई भी होगा बख्सा नहीं जाएगा. फिलहाल पुलिस पर हमला बोलने के मामले में एक महिला को मौके से डीटेन किया गया है. जांच पड़ताल कर आगे की कार्यवाई होगी.
इधर, इस पूरे मामले में आरोपित के परिजनों का कहना है कि पुलिस की टीम बिना कोई वारंट पकड़ने आयी थी. इतना ही नहीं घर परिवार वालों के साथ अभद्रता से पेश आये. इस कारण से थोड़ा विरोध हुआ है. बिना किसी सर्च वारंट के कहीं घर में घुसकर गाली गलौज और मारपीट पर उतारू हो जाना सही नहीं है. ऐसा पुलिस ने किया तो हम लोगों ने इसका हल्का विरोध किया है. इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को भी दी गई है. जबरदस्ती घर से एक महिला को पुलिस लेकर चली गयी है, जबकि उसका कोई दोष नहीं था.