ड्यूटी के समय शराब के नशे में टल्ली थे पुलिसकर्मी, मौके पर पहुंचे SP और कर दिया सस्पेंड
Madhepura: मधेपुरा के एसपी संदीप सिंह ने शुक्रवार शाम ब्रेथ एनालाइजर से पुलिसकर्मियों का जांच कराया और शराब के नशे में पाए जाने पर दो पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया.
मधेपुरा में एसपी संदीप सिंह द्वारा शुक्रवार की रात बड़ी कार्रवाई करते हुए गम्हरिया थाना का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान ब्रेथ एनालाइजर से सभी पुलिसकर्मी एवं अधिकारी की जांच की गई और शराब के नशे में पाए जाने पर दो पुलिसकर्मी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश जारी कर दिया. दोनों पुलिसकर्मी सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार एवं पीटीसी वासीद खान के खिलाफ गम्हरिया थाना में FIR दर्ज करने के बाद मधेपुरा व्यवहार न्यायालय परिसर में स्थित उत्पाद न्यायालय में प्रस्तुत किया गया. उत्पाद अधिनियम की धारा के अंतर्गत प्रथम घटना होने के कारण मामले के विचारण तक दोनों को छोड़ दिया गया है.
गस्ती गाड़ी नहीं दिखी तो थानाध्यक्ष को घुमाया फोन
पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह शुक्रवार के रात्रि करीब 8:30 बजे गम्हरिया सीमा पहुंचे. यहां बस स्टैंड पर पहुंचकर उन्होंने डायल 112 की गाड़ी से बात की. उसके बाद भागवत चौक होते हुए गम्हरिया चेक पोस्ट पहुंचे. इस दौरान एसपी को रास्ते में कहीं भई गस्ती गाड़ी नहीं दिखी. जिसके बाद एसपी ने गम्हरिया थानाध्यक्ष को फोन कर गस्ती गाड़ी की जानकारी ली तो थाना अध्यक्ष ने बताया की गाड़ी गस्ती में है. इस बात पर एसपी साहब ने थाना अध्यक्ष को गस्ती पदाधिकारी से बात करने की बात कही.
झूठ बोलते पकड़े गए गस्ती पदाधिकारी
एसपी साहब का आदेश मिलते ही थाना अध्यक्ष ने गस्ती पदाधिकारी को फोन लगाया. फोन नहीं उठाने पर थानाध्यक्ष के द्वारा गस्ती गाड़ी के ड्राइवर को फोन लगाया जिसका मोबाइल बंद पाया गया. उसके बाद उन्होंने गस्ती में मौजूद सिपाही के नंबर पर फोन किया तो गस्ती पदाधिकारी से बात कराया गया गस्ती पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया की गस्ती गाड़ी अभी जीवछपुर चौक पर है और टायर पंचर हो गया है. जिसके बाद थानाध्यक्ष मोटरसाइकिल से जीवछपुर के लिए निकल गए. जीवछपुर चौक पर पहुंचने पर उन्होंने गस्ती गाड़ी को नहीं पाया. उसके बाद थाना अध्यक्ष वापस गम्हरिया बस स्टैंड पहुंचे जहां एसपी साहब पहले से मौजूद थे.
एसपी साहब ने पुलिस वाले को पकड़ा
गस्ती पदाधिकारी के इस तरह से झूठ बोलने से नाराज एसपी साहब ने थानाध्यक्ष को थाने चलने का आदेश दिया और दोनों थाने पर पहुंचे. इसी दौरान गस्ती गाड़ी भी थाना पहुंच जाती है. लेकिन वहां एसपी साहब की गाड़ी को देखकर गस्ती गाड़ी वहां से भागने लगती है. इस पर एसपी साहब ने पुलिसवालों को दौड़ाकर पकड़ लिया. इसके बाद सभी को थाना आने को कहा गया. इसी दौरान गाड़ी चालक गाड़ी छोड़कर भाग निकला. इसके बाद सभी का ब्रेथ एनालाइजर मशीन से जांच किया गया जिसमें गस्ती पदाधिकारी के दारु पीने की पुष्टि हुई.
शराब पार्टी करके थाने लौटा सिपाही तो SP साहब से हुआ सामना
इतने ही देर में थाने पर तैनात सिपाही वासीद खान बाजार में शराब पार्टी कर दो लड़कों के साथ थाना पहुंचा. इसी दौरान एसपी साहब ने उसका भी एनालाइजर मशीन से जांच कराया तो उसके भी नशे में होने की पुष्टि हुई. जिसके बाद वासीद खान और मनोज कुमार को मधेपुरा सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों के द्वारा ब्लड सैंपल लेने के बाद उन्हें भागलपुर भेज दिया गया. वहीं दो लड़कों मैं भी शराब पीने की पुष्टि हुई. जिन्हें गम्हरिया थाना में ही रखा और गस्ती पदाधिकारी मनोज कुमार एवं वसीद खान को मधेपुरा सदर थाना में रखा गया.
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मामले के विचारण तक दोनों को छोड़ा गया
बिहार में उत्पाद अधिनियम की धारा प्रथम घटना में अपराध कबूल लेने पर जुर्माना अथवा मामले का विचारण के अनुरोध पर आरोपी को छोड़ देती है. दोनों पुलिसकर्मी द्वारा मामले के विचारण हेतु प्रार्थना किया गया इस आधार पर तत्काल दोनों को छोड़ दिया गया. जबकि एसपी द्वारा विभागीय कार्रवाई करते हुए तत्काल दोनों को निलंबित कर दिया गया है और अन्य कार्रवाई शुरू है.