जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार, अभिषेक झा और अंजुम आरा ने संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को कहा है कि गणेश चतुर्थी पर सदन का विशेष सत्र बुलाना हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री ट्वीट के माध्यम संसद का विशेष सत्र बुलाने का एलान करते हैं, यह संसदीय परंपरा का अपमान है. संविधान की धारा 85-(।) के अनुसार कैबिनेट समिति होती है.
इसमें गृह विभाग, वित्त विभाग, रक्षा विभाग और कानून सहित कुल नौ विभागों के मंत्री सदस्य होते हैं. ऐसे में संसदीय कार्य मंत्री बताएं कि सावन महीने की कौन सी हिंदू पंचांग तिथि को कैबिनेट की बैठक हुई? क्या विशेष सत्र बुलाने से पहले इस प्रक्रिया का पालन किया गया? तीनों प्रवक्ताओं ने कहा कि मणिपुर में बेटियों की इज्जत लूटी गई, हथियार लूट लिए गए लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर जाने तक की हिम्मत नहीं जुटा पाए. आश्चर्य का विषय यह है कि इतने नाजुक दौर से गुजर रहे मणिपुर की विधानसभा मात्र 48 मिनट चल पाई.
आजाद हिंदुस्तान के इतिहास में यह शायद पहली घटना है. यह संसदीय परंपराओं की धज्जियां उड़ाने वाली सरकार है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी-20 को इवेंट बना रहे हैं, लेकिन जी-20 के सदस्य देशों से उन्हें सीखने की आवश्यकता है. शौचालय से लेकर पेट्रोल पंप तक इनका फोटो नजर आता है, लेकिन जी-20 के देशों से ये सीखते नहीं हैं. ब्रिटेन और अमेरिका में डेढ़ सौ दिन संसद कार्य करता है, लेकिन पिछले साल देश में सिर्फ 56 दिन ही सांसद चल सका.