बिहार के स्कूलों में राखी से छठ तक की छुट्टियों में कटौती पर सियासत गर्म, जानिए भड़के भाजपा नेताओं ने क्या कहा

बिहार के सरकारी स्कूलों में राखी से छठ तक की छुट्टियों में कटौती की गई है. शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक अब गुरु नानक जयंती/कार्तिक पूर्णिमा, तीज, जीवित पुत्रिका पूजा के दिन अवकाश नहीं रहेगा. अब इस मुद्दे पर राज्य में सियासत गरमा गई है.

By Anand Shekhar | August 30, 2023 2:03 PM
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बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूलों में पहले से घोषित छुट्टियों में आंशिक संशोधन करते हुए नई अवकाश तालिका घोषित की है. छह सितंबर से प्रभावी इस आदेश के तहत अब दिसंबर तक मात्र 11 छुट्टियां होगी. इनमें तीन रविवार भी है. अपर मुख्य सचिव के के पाठक के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक की तरफ से इस संबंध में जारी सूचना के बाद छुट्टियों में बदलाव किया गया है. वहीं इस मुद्दे पर बिहार में सियासत गरमा गई है. भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी राज्य सरकार पर हमलावर हो गए हैं.

स्कूलों में घटे अवकाश के दिन

शिक्षा विभाग के नये आदेश के तहत अब सरकारी स्कूलों में गुरु नानक जयंती व कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर, जीवित्पुत्रिका व्रत छह अक्तूबर और हरतालिका तीज 18 व 19 सितंबर तथा जन्माष्टमी सात सितंबर का अवकाश समाप्त कर दिया गया है. इन सभी दिनों में स्कूल में पढ़ाई होगी. नये आदेश के तहत अब चेहल्लुम का अवकाश छह सितंबर को होगा. अनंत चतुर्दशी/हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन का अवकाश 28 सितंबर को रहेगा. महात्मा गांधी जयंती का अवकाश हमेशा की तरह दो अक्तूबर, दुर्गा पूजा का अवकाश 22 से 24 अक्तूबर, दीपावली का अवकाश 12 नवंबर, चित्रगुप्त / भैयादूज का अवकाश 15 नवंबर को, छठ पूजा का अवकाश 19-20 नवंबर और क्रिसमस डे का अवकाश हमेशा की 25 दिसंबर को घोषित किया गया है.

गिरिराज सिंह ने कहा- संभव है कि शरिया लागू कर दिया जाए

स्कूलों में हिंदू त्योहारों पर छुट्टियों में कटौती के बाद भाजपा के निशाने पर बिहार सरकार आ गई है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. कल संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाये और हिंदू त्योहार मनाने पर रोक लग जाये.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी हुए हमलावर

वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने ट्वीट कर कहा है कि बिहार की यह घमंडिया सरकार लगातार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. चाचा-भतीजे की सरकार हिंदूओं की भावनाओं को आहत करने से बाज नहीं आती है. बिहार सरकार की तरफ से शिक्षकों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वो छुट्टी पर नहीं जाएं. अब तो आदेश निकल गया की 14 छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है. तो बिहार में अब क्या हिन्दू अपने धार्मिक त्यौहार भी नहीं मना सकते हैं ? दीपावली, दुर्गा पूजा के अलावा महापर्व छठ की छुट्टियों में भी कटौती कर दी गई है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है. तुष्टिकरण की राजनीति के प्रणेताओं को बिहार के जनता 2024 और 2025 में करारा जवाब देगी. सरकार को यह फैसला तुरंत वापस लेना चाहिए.

सुशील मोदी ने फैसला वापस लेने की मांग की

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शिक्षा विभाग के इस फैसले को हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक बताते हुए कहा कि छठ पूजा, दुर्गा पूजा और जन्माष्टमी क्यों रद्द की गई. बिहार के घर-घर में छठ मनाया जाता है. ऐसे में इन त्योहारों पर स्कूल खुलेंगे तो कौन सा बच्चा विद्यालय जाएगा. उन्होंने कहा कि मोहम्मद साहब के जन्मदिन और चेहल्लुम की छुट्टियां पहले की तरह ही हैं और वह रहनी भी चाहिए. मैं उसके पक्ष में हूं. उन्होंने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठ पर भी हमला बोला. सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षा विभाग का प्रधान सचिव अपनी उटपटांग हरकतों से बिहार की छवि को खराब करने में लगे हुए हैं. सुशील मोदी ने कहा कि सरकार को अपना यह फैसला अविलंब वापस लेना चाहिए.

अवकाश के दिनों में इस तरह की गयी कटौती

संशोधित अवकाश तालिका के अनुसार इससे पहले शिक्षा विभाग ने दीपावली, चित्रगुप्त पूजा / भैयादूज और छठ पूजा का अवकाश 13 से 21 नवंबर घोषित थी. कुल नौ दिन का अवकाश था. इसे दो भागों में बांटा गया है. चित्रगुप्त पूजा और भैयादूज का अवकाश अलग कर दिया है. इसका अवकाश एक दिन है. दीपावली से लेकर छठ पूजा तक नौ दिन के अवकाश की जगह चार दिन अवकाश रहेगा. पहले दुर्गा पूजा और श्रीकृष्ण जयंती 19 से 24 अक्तूबर को घोषित थी. अब 22 से 24 अक्तूबर के बीच केवल तीन दिन अवकाश रहेगा.

अवकाश में परिवर्तन हो सकता है

माध्यमिक शिक्षा निदेशक की तरफ से जारी सूचना में साफ किया गया है कि चांद के दिखने के अनुसार अवकाश में परिवर्तन हो सकता है. यदि किसी जिले में विशेष परिस्थितियां रहती हैं तो उस जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी विभाग से पूर्वानुमति लेकर अवकाश घोषित कर सकते हैं.

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