पटना. राज्यभर में प्रदूषण कम करने के लिए सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ावा दिया जा रहा है. सरकार डीजल व पेट्रोल गाड़ियों को सीएनजी में कन्वर्ट कराने के लिए अनुदान दे रही है. इसके बाद बिहार में दिनोंदिन सीएनजी वाहनों की संख्या में वृद्धि हुई है.
लगभग 10 हजार से अधिक सीएनजी वाहनों का परिचालन हो रहा है. लोगों में सीएनजी वाहनों के प्रति रुझान तेजी से बढ़ा है. इसे देखते हुए जिलों में सीएनजी स्टेशन नेटवर्क बढ़ाने की कार्रवाई की जा रही है, ताकि सीएनजी के गाड़ी चालकों को परेशानी नहीं हो.
विभाग ने निर्णय लिया है कि अगले दो माह दिसंबर तक कैमूर, औरंगाबाद व मुजफ्फरपुर सहित आदि जिलों में 21 नये सीएनजी स्टेशन खुलेंगे.वहीं, पटना में सीएनजी स्टेशन की कुल संख्या बढ़ कर 18 हो जायेगी.
सीएनजी स्टेशन खोलने के लिए चार विभिन्न कंपनियों द्वारा जिलों में काम चल रहा है. सारण, वैशाली, समस्तीपुर, जहानाबाद, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और गया में दिसंबर तक सीएनजी स्टेशन खोलने की कार्रवाई की जायेगी.
सचिव ने बताया कि गुड्स व्हीकल को भी सीएनजी के लिए प्रमोट किया जायेगा. इसके लिए हाइवे पर सीएनजी स्टेशन की प्लानिंग की जा रही है. सीएनजी का रेट पेट्रोल- डीजल की तुलना में काफी कम है. यह पेट्रोल-डीजल से 40 प्रतिशत सस्ता है.
जिला- स्टेशन
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औरंगाबाद01
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कैमूर 01
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रोहतास 03
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भोजपुर 02
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जहानाबाद 02
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समस्तीपुर 03
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वैशाली 02
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सारण 01
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मुजफ्फरपुर 01
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बेगूसराय 02
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गया 03
परिवहन विभाग के मुताबिक अभी पटना में 12 सीएनजी स्टेशन कार्यरत हैं, जबकि बेगूसराय में दो, रोहतास, गया और नालंदा में एक-एक सीएनजी स्टेशन कार्यरत हैं. नये सीएनजी स्टेशन की स्थापना एवं पाइपलाइन के विस्तार के संबंध में परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने गेल, आइओसीएल, थिंक गैस, आइओएजीपीएल सीएनजी प्रोवाइडर्स के साथ समीक्षा बैठक की है. सचिव ने सभी संबंधित कंपनियों को निर्देश दिया कि प्रमुख शहरों में नये सीएनजी स्टेशन खोलने की कार्रवाई करें.
Posted by Ashish Jha