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Poonch Attack: शहीद का पार्थिव शरीर नवादा नहीं पहुंचने पर लोग आक्रोशित, गर्भवती पत्नी ने की ये मांग

Poonch Attack News: जम्मू कश्मीर के रजौली में बिहार के जवान चंदन कुमार शहीद हुए है. इस घटना के तीन दिन बाद भी शहीद जवान का शव उनके गांव नहीं पहुंचा. इस कारण स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए है.

Poonch Attack: जम्मू कश्मीर के राजौरी में गुरूवार को आंतकी हमला हुआ था. इसमें बिहार के नवादा जिले के जवान चंदन कुमार शहीद हो गए है. उनकी पत्नी छह महीने की गर्भवती है. 20 मई 2022 को इनकी शादी हुई थी. वहीं, इस घटना के तीन दिन बाद भी शहीद जवान का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंचने से स्थानीय लोग आक्रोशित है. इन्होंने पटना– रांची रोड को जाम कर दिया. इस कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी सी कतार लग गई थी. लोगों की आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सदर डीएसपी भी जान स्थल पर पहुंचे. इसके बाद ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया. आक्रोशित लोग इस दौरान अधिकारियों पर भड़क गए थे.

शहीद का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंचने पर लोग नाराज

वहीं, इसी बीच शहीद जवान चंदन कुमार की पत्नी शिल्पी कुमारी ने रोते हुए कहा है कि उन्हें चंदन चाहिए. शहीद की पत्नी ने कहा है कि उनकी कोई मांग नहीं है उन्हें बस चंदन लाकर दे दिया जाए. शहीद की पत्नी की मांग है कि उनके पति किसी भी हाल में हो, लेकिन उन्हें उनका पति चाहिए. बता दें कि जवान की शहादत की खबर सुनने के बाद आसपास के लोग भी उनके गांव मे पहुंच रहे हैं. पूरे गांव में मातमी सन्नाटा है. लोगों की आंखे नम है. वहीं, शव को पहुंचने में देरी होने के कारण लोग आक्रोशित भी है. इनकी मांग है कि जल्द से जल्द शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच जाए.

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गांव में ही हुई थी शहीद की प्राथमिक शिक्षा

जवान की गर्भपति रो- रोकर उनके शव को लाने की मांग कर रही है. बता दें कि पुंछ में हुए आंतकी हमले में चार जवान शहीद हुए है. इसमें नवादा के निवासी चंदन कुमार भी है. इन्होंने साल 2017 में आर्मी को ज्वाइन किया था. साल 2022 में ही इनकी शादी हुई थी. इनके घर में इनकी पत्नी, माता- पिता और दो भाई है. छोटे भाई किराना का दुकान चलाते है. जबकि, बड़े भाई प्राइवेट स्कूल में नौकरी करते हैं. वह बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं. बता दें कि शहीद की प्राथमिक शिक्षा उनके गांव में ही हुई थी. बताया जाता है कि आर्मी जवान के शहादद की खबर सुनते ही गया से एनसीसी के कैडेट्स शहीद के घर पहुंचे है. उन्होंने इस घटना पर दुख जाहिर किया है. सभी इस घटना से दुखी है. वहीं, जवान की शहादद पर कई लोग गर्व भी महसूस कर रहे हैं.

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होली में घर आने वाले थे चंदन

शहीद का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंचने पर लोग निराश है. यह शहीद के शव की लगातार मांग कर रहे हैं. सीओ भी गांव में पहुंचे और इन्होंने शहीद के परिवार से मुलाकात की. साथ ही सांत्वना भी व्यक्त की. शहीद का ससुराल में भी मातम का माहौल है. चंदन कुमार जम्मू कश्मीर में ड्यूटी पर तैनात थे. उन्होंने अपनी पत्नी से फोन पर बात भी की थी. इसके बाद वह आतंकी हमले में शहीद हो गए. बताया जाता है कि वह होली में अपने घर भी आने वाले थे. सभी उनके आने के इंतजार में थे. लेकिन, इसी बीच उनके शहीद होने की खबर सामने आई है. इसके बाद सभी गम में डूब गए है.

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