बिहार में चार हजार से अधिक डाककर्मी बिना ड्यूटी उठा रहे वेतन, जांच के बाद होगी विभागीय कार्रवाई
बिहार में चार हजार से अधिक डाककर्मी बिना ड्यूटी किये हुए ही वेतन उठा रहे है. अधिकारियों के अनुसार विभाग ने शाखा डाकघरों के कामकाज को पारदर्शी बनाने व निगरानी रखने के लिए आरआइसीटी डिवाइस से लैस किया है और रोज मुख्यालय को रिपोर्ट देनी है.
सुबोध कुमार नंदन/ पटना. बिहार सर्किल में राज्य में 8068 शाखा डाकघर हैं, लेकिन दो हजार से अधिक शाखा डाकघर खुलते ही नहीं हैं. जबकि कर्मचारी पूरे माह का वेतन उठा रहे हैं. यह हाल तब है, जब लॉगिन के माध्यम से डाकघराें का कामकाज होता है. यह खुलासा डाक विभाग को पिछले दिनों मिली शिकायत की हुई जांच में हुआ है. मामला सामने आने के बाद डाक विभाग (बिहार सर्किल) के वरीय अधिकारी सकते में हैं. 13 जुलाई को आयी शाखा डाकघर नॉट लॉगिन रिपोर्ट के मुताबिक 12 जुलाई को राज्य में कुल शाखा डाकघर की संख्या 8068 है, लेकिन 2068 डाकघर के कर्मचारियाें ने लॉगिन ही नहीं किया.
डाकघर बंद होने से हर दिन डाक विभाग को लाखों रुपये का नुकसान
इस तरह देखा जाये, तो लगभग 26% शाखा डाकघर खुले ही नहीं. जानकारी के अनुसार एक शाखा डाकघर में दो कर्मचारी होते हैं. एक शाखा डाकपाल और सहायक डाकपाल तैनात होते हैं. ऐसे में 4000 कर्मी बिना काम के वेतन उठा रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार विभाग ने शाखा डाकघरों के कामकाज को पारदर्शी बनाने व निगरानी रखने के लिए आरआइसीटी डिवाइस से लैस किया है और रोज मुख्यालय को रिपोर्ट देनी है. जानकारी के अनुसार सबसे खराब स्थिति नाॅर्थरीजन का है. इसके तहत आठ डिवीजन हैं और 2824 शाखा डाकघर हैं, लेकिन इनमें से केवल 1086 डाकघर 12 जुलाई को बंद रहे.
Also Read: बिहार में छह नदी जोड़ योजनाओं का हाे रहा सर्वेक्षण, सिंचाई का पानी पहुंचाने की कवायद शुरू
जांच के बाद कार्रवाई
सेंट्रल रीजन में कुल सात डिवीजन हैं. इसके तहत 2106 शाखा डाकघर हैं. लेकिन, 396 डाकघर खुले ही नहीं. इस्ट रीजन में कुल 9 डिवीजन हैं. इसके अधीन 3138 शाखा डाकघर हैं. इनमें से 604 डाकघर के कर्मचारियों ने डाकघर का लॉगिन किया ही नहीं. इसे लेकर शाखा डाकघर में बैठक हुई, इसके बावजूद सुधार नहीं हुआ है. 19 जुलाई की रिपोर्ट के अनुसार 8068 शाखा डाकघर में से 1664 शाखा डाकघर का लॉगिन कर्मचारियों ने नहीं किया है. इस संबंध में वरीय अधिकारियों की मानें, तो मामला काफी गंभीर है. जांच कर कर्मियों का वेतन काटा जायेगा और विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी.