पटना. अगर सूबे में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ेंगे, तो कोरोना पीड़ितों के घर तक डाक विभाग फ्री में दवाएं पहुंचायेगा. इसे लेकर राज्य सरकार ने डाक विभाग के साथ पहल की है. डाक विभाग और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की नोडल एजेंसी के बीच चार बार बैठक हो चुकी है. समझौता प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
डाक विभाग के वरीय अधिकारियों की मानें, तो जल्द ही इसे लेकर डाक विभाग और स्वास्थ्य विभाग के बीच समझौता हो जायेगा. मिली जानाकरी के अनुसार सूबे में कुल 9117 डाकघर हैं. इनमें 33 प्रधान डाकघर, 1040 उपडाकघर तथा 8044 शाखा डाकघर हैं. अधिकारियों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग नोडल एजेंसी के स्तर पर दवाएं (किट) डाक विभाग को उपलब्ध करायेगा.
उसे कोरोना पीड़ित रोगी के निकटतम डाकघर के माध्यम से दवाएं उसके घर या जहां वह आइसोलेट होगा, वहां पहुंचा दिया जायेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच के बाद किसी व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव आते ही उसकी सूचना डाक विभाग के मॉनीटरिंग सेल के पास आ जायेगी. फिर कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति अपने घर या आइसोलेट सेंटर में रहेगा.
उसे पोस्टमैन के जरिये कोरोना से संबंधित दवाओं की किट पहुंचा दी जायेगी. इसके लिए रोगी से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा. इसके पूर्व पोस्टमैन को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि सुरक्षित तरीके से दवाओं का वितरण कर सके.