फाइल- 9- चौसा कोचस मुख्य पथ पर जगह-जगह बना गढ्ढा 30 मिनट का सफर एक घंटे में हो रहा तय
चौसा कोचस मुख्य पथ पर जगह-जगह बना गढ्ढा
24 मार्च- फोटो- 9- जमौली डेरा गांव के पास रोड पर बना गढ्ढा राजपुर. चौसा कोचस मुख्य पथ पर जगह-जगह गढ्ढा बन जाने से हादसे की संभावना अधिक बढ़ गयी है. 30 मिनट के रास्ते का सफर एक घंटे में तय हो रहा है. अगर भूलवश गाड़ी की चाल तेज हो गयी, तो मौत होना तय है. इस पथ से प्रतिदिन हजारों की संख्या में छोटी व बड़ी गाड़ियों का परिचालन है. गड्ढा हो जाने से अक्सर दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. दो जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले इस रोड पर बक्सर से सासाराम तक आने जाने वाले यात्री बसों का भी परिचालन होता है. माल वाहक बड़ी गाड़ियों का भी इस पर परिचालक 24 घंटे रहता है. इस रोड पर कोचाढ़ी, सरेंजा, भलुहा, राजपुर बाजार,नायरा पेट्रोल पंप,करैला डेरा गांव, जमौली, तियरा बघेलवा मोड़,जलहरा के अलावा अन्य जगहों पर बहुत बड़ा-बड़ा गढ्ढा बन गया है. हर एक किलोमीटर पर गढ्ढा होने से गाड़ियों की गति बहुत धीमी है. जिसमें सबसे अधिक खराब स्थिति तियरा बघेलवा मोड़ की है. यहां लगभग दो से ढाई फीट तक गढ्ढा हो जाने से यहां गाड़ियों का जाम लगा रहता है. इस रास्ते से गुजरने वाली सभी गाड़ियों को रुक कर कुछ देर तक इंतजार करना पड़ता है. जिससे कभी-कभी जाम की भी समस्या हो जा रही है. दोपहिया चालक तो इस गड्ढे में गिरकर घायल भी हो जाते हैं.इसका निर्माण पथ निर्माण विभाग के जिम्मे है. बावजूद इसे ज्यों का त्यों छोड़ दिया गया है.इसी रास्ते से होकर स्कूल में पढ़ने वाले छात्र भी जाते हैं. वर्षा होने पर इन गढ्ढों में पानी भर जाता है. गंदे पानी का कीचड़ इनके ड्रेस पर पड़कर गंदा हो जाता है. इस रास्ते से ही मध्य विद्यालय ,उच्च विद्यालय एवं तारा शिवशंकर इंटर कॉलेज भी है. जिस रास्ते से सभी स्कूल एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं का आना जाना है. इसके अलावा इस क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध बाजार भी यही है. जिस बाजार में देवढ़ीया, जमौली, रसेन, तिलकड़ा डेरा, अकबरपुर ,अकोढ़ी, हरपुर के अलावा दर्जनभर गांव के लोगों का आना जाना है. क्षेत्र के विधायक विश्वनाथ राम ने भी इस रोड का मरम्मतीकरण करने के लिए विभाग को सूचित किया था. फिर भी समस्या ज्यों कि त्यों बनी है. अगर इस बार बरसात से पहले इस रोड का पक्कीकरण नहीं किया गया तो पैदल चलना भी मुश्किल हो जाएगा.