पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी ने रचा इतिहास, छात्राओं को 33 फीसदी आरक्षण देनेवाली देश की पहली यूनिवर्सिटी बनी
पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (पीपीयू) बिहार की पहली यूनिवर्सिटी बन गयी है, जिसने स्नातक में एडमिशन में लड़कियों को आरक्षण देने का फैसला किया है. नये सत्र 2021-22 में पीपीयू में 100 सीटों में से 38 पर लड़कियों का एडमिशन होगा.
अनुराग प्रधान,पटना. पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (पीपीयू) बिहार की पहली यूनिवर्सिटी बन गयी है, जिसने स्नातक में एडमिशन में लड़कियों को आरक्षण देने का फैसला किया है. नये सत्र 2021-22 में पीपीयू में 100 सीटों में से 38 पर लड़कियों का एडमिशन होगा.
पीपीयू ने इस बार एडमिशन में लड़कियों को 33% आरक्षण दिया है. 33% के साथ पहले का तीन प्रतिशत जुड़ जाने के बाद अब 36% सीटें लड़कियों के लिए हाे गयी हैं. चूंकि बीसी-1 और बीसी-2 कैटेगरी में महिलाओं को 36% से भी अधिक सीटें रोस्टर क्लियरेंस के कारण दी गयी हैं. लिहाजा कुल मिला कर अब 100 में 38 सीटों पर लड़कियों का एडमिशन होगा.
वहीं, इसके अतिरिक्त सामान्य सीटों पर भी उनका एडमिशन होगा. अगर लड़कियां कॉमन मेरिट में आती हैं, तो उनकी संख्या 50 के आसपास पहुंच जायेगी. इस तरह सत्र 2021-222 में लड़के-लड़कियों की संख्या बराबर होने की उम्मीद बढ़ गयी है.
अभी पीपीयू में फर्स्ट मेरिट लिस्ट के आधार पर आठ सितंबर तक एडमिशन होना है. पीपीयू के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ एके नाग ने कहा कि सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार 100 प्वाइंट रोस्टर जारी कर दिया गया है. नये सत्र में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या अधिक रहेगी.
फर्स्ट मेरिट लिस्ट में 82,557 स्टूडेंट्स
फर्स्ट मेरिट लिस्ट में 82,557 स्टूडेंट्स को जगह मिली है. इनमें बीए में सबसे अधिक 45,166, बीएससी में 25,040, बीकॉम में 7,404 व ऑल जेनरल में 4,947 स्टूडेंट्स हैं. मेरिट लिस्ट के अनुसार कॉलेजों को आठ सितंबर तक एडमिशन होना है.
अब तक छह हजार से अधिक स्टूडेंट्स का एडमिशन हो गया है. इनमें कई कॉलेजों के विभिन्न विभागों में लड़कियों की संख्या लड़कों की तुलना में दोगुनी और तीन गुनी है.
Posted by Ashish Jha