कभी कुंदन गांव-गांव मांगता था भीख, प्रभात खबर ने की पहल तो आज वो मंच से बोला- आई वांट टू बी ए डॉक्टर
मधेपुरा में बच्चों का सम्मान हुआ. इस क्रम में जब स्थानीय आरआर ग्रीनफिल्ड की कक्षा छह में पढ़ रहा कुंदन मंच पर आया, तो सब दंग रह गये. मंच पर आते ही कुंदन ने कहा हेलो एवरी वन, आइ एम कुंदन.
भागलपुर. जनसरोकार की पत्रकारिता का पक्षधर प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह के तहत गांवगांव के प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित कर रहा है. इस क्रम में न केवल बच्चों का सम्मान हो रहा, बल्कि उनके बीच के जरूरतमंद प्रतिभावान को मौका दिलाने की भी प्रभात खबर की कोशिश जारी है. बुधवार को मधेपुरा में बच्चों का सम्मान हुआ. इस क्रम में जब स्थानीय आरआर ग्रीनफिल्ड की कक्षा छह में पढ़ रहा कुंदन मंच पर आया, तो सब दंग रह गये. मंच पर आते ही कुंदन ने कहा हेलो एवरी वन, आइ एम कुंदन. कुंदन ने अपने गुरु राजेश कुमार राजू के प्रति आभार जताया और भविष्य की रूपरेखा बताते हुए कहा कि आई वांट टू बी ए डॉक्टर.
कुंदन को सड़कों पर भीख मांगते देखा गया
चार साल पहले प्रभात के पत्रकारों ने मधेपुरा की सड़कों पर कुंदन को भीख मांगते देखा. वह यह कहते हुए घूम रहा था, कि उसे अपनी मां को बचाना है उसे भिक्षा दी जाये. यह देख पत्रकारों ने जब पूरी जानकारी ली तो पता चला कि उसकी मां के इलाज के नाम पर पटना के एक अस्पताल ने उसकी मां और उसके मंदबुद्धि पिता को बंधक बना लिया है और उसको मुक्त कराने के लिए उसे पैसे चाहिए. प्रभात खबर में यह खबर छपी और न केवल पटना के उस अस्पताल पर कार्रवाई हुई बल्कि उसकी मां को मुक्त भी करा लिया गया.
प्रभात खबर ने कुंदन गोद ले लिया
इसके बाद प्रभात खबर ने कुंदन गोद ले लिया. इसी क्रम में उस साल मधेपुरा में आयोजित प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह में उसे उसकी मां के साथ आमंत्रित किया गया. वहां प्रभात खबर के सहयोगी आरआर ग्रीनफिल्ड स्कूल के राजेश कुमार राजू ने उसे अपने स्कूल में नि:शुल्क पढ़ाने का संकल्प लिया. इसी क्रम में मधेपुरा की मुस्कान को भी वहां के स्कूल बीआर आक्सफोर्ड मुरलीगंज के निदेशक मानव कुमार सिंह ने गोद लिया. आज दोनों बच्चे सबको प्रभावित कर रहे हैं.
कुंदन फर्राटे के साथ अंग्रेजी बोल रहा है
इसी क्रम में इस वर्ष भी अब तक 16 बेटियों की पढ़ाई का जिम्मा प्रभात खबर और उसके सहयोगियों ने उठाया है. इनमें 15 बेटियां पूर्णिया की हैं, जिन्हें वहां के वरीय चिकित्सक डॉ. डी राम ने दो वर्षतक मदद का बीड़ा उठाया है, जबकि एक बेटी कटिहार की है. इससे पूर्व जिन्होंने भी कुंदन को देखा था सब के चेहरे भाव विह्वल हो गये और एक स्वर में बोला कि प्रभात खबर हर्ष सामाजिक पहल और अपनी जिम्मेदारी को बहुत बेहतरीन तरीके से निभाने का काम करता है. कुलपति डॉक्टर प्रोफेसर राम किशोर प्रसाद रमन ने कहा कि बहुत से कुंदन गुमनाम ही रह जाते हैं यह प्रभात खबर की पहल है कि आज कुंदन इस मुकाम पर है या आरआर ग्रीनफील्ड की देन है कि कुंदन फर्राटे के साथ अंग्रेजी बोल रहा है.