ललित किशोर मिश्र, भागलपुर. भागलपुर के किसान सेब की खेती कर भागलपुर की पहचान को खास बना हैं. कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में होनेवाले सेब की खेती कर रहे तेतरी के किसान गोपाल सिंह के खेत में सेब के फल आ गये हैं. चार एकड़ में लगाये गये एक हजार सेब के पेड़ हैं. अभी ये दिसंबर में तीन साल के हो जायेंगे.
अभी इन पेड़ में छोटे-छोटे हरे रंग के सेब के फल आ गये हैं. जिस प्रभेद का पौधा लगाया गया है उनमें पिछले साल एक पेड़ में लगभग 20 किलो फल आया था. किसान गोपाल सिंह ने ट्रायल के तौर पर चार पौधा हिमाचल प्रदेश के विलासपुर के पनियाला गांव से लाकर अपने खेत में लगाया था. वो कहते हैं कि चार साल बाद इन पेड़ों में फलन अधिक होगा.
जैसे- जैसे पौधा पुराना होता जायेगा फलन बहुत अधिक होगा. वो कहते हैं कि फरवरी में पेड़ में फूल आना शुरू हो जाता है. जुलाई में फल तोड़ा जाता है. वो कहते हैं अभी पेड़ में ज्यादा फल नहीं आया है. अगले साल से पेड़ में अधिक फल आना शुरू हो जायेगा.
वो कहते हैं कि 80 प्रतिशत आर्गेनिक खाद का प्रयोग करते हैं, बीस प्रतिशत दवा का उपयोग पौधा में करते हैं. बीएससी ऑनर्स व एलएलबी कर चुके किसान गोपाल सिंह हमेशा नेट पर खेती को लेकर नये रिसर्च को चेक करते रहते हैं.
किसान गोपाल सिंह जिले के एक ऐसे किसान हैं तो हमेशा खेतों को लेकर नयी तकनीक को खोजते रहते हैं. सिलीगुड़ी नासपाती की खेती के लिए जाना जाता है. जिले में इसकी खेती नहीं होती है. लेकिन इस किसान ने अपने खेत में इसकी भी खेती कर एक नया मिसाल कायम किया है.
तीन एकड़ खेत में नासपाती का 1200 पौधा लगा दिया है. अब इन पौधों में फल लगना शुरू हो गया है. नवंबर तक इन पौधों के फल पकने लगेंगे. 15 एकड़ भूमि में 8 साल से नारंगी की खेती कर रहे हैं. इसके अलावे अननास की खेती कर भी मिसाल बन रहे हैं.
Posted by Ashish Jha