Prabhat Khabar EXCLUSIVE : शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश के साथ खड़ी हुई कांग्रेस, भक्त चरण ने कही ये बात
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी भक्त चरणदास ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में बिहार को लेकर कांग्रेस पार्टी के एजेंडे को रखा़ आने वाले समय में संगठन को मजबूत कर चुनाव में जाने का काम किया जायेगा़
पटना. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी भक्त चरणदास ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में बिहार को लेकर कांग्रेस पार्टी के एजेंडे को रखा़ आने वाले समय में संगठन को मजबूत कर चुनाव में जाने का काम किया जायेगा़ भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक अनुभवी नेता होने के साथ एक कुशल प्रशासक भी रहे हैं.
बिहार के साथ देश को भी उनसे बहुत उम्मींदे थीं, लेकिन भाजपा के साथ जा कर उन्होंने खुद को मजबूर कर लिया़ कांग्रेस पार्टी का सिद्धांत शराबबंदी के साथ है़ तेजस्वी के काम के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे एक मजबूत विकल्प के रूप में उभर रहे हैं. आने वाले समय में तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे़ चिराग पासवान को उन्होंने अनुभवहीन बताया़
बिहार में शराबबंदी को कांग्रेस कैसे देखती है?
भक्त चरणदास ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सिद्धांत शराबबंदी के साथ है़ आये दिन राज्य में हत्या व अन्य अापराधिक घटनाएं हो रही हैं. अवैध शराब कारोबार की एक समानांतर अर्थव्यवस्था चल रही है़ राज्य सरकार शराब के अवैध कारोबार को रोकने में विफल है.
बिहार के संगठन में बदलाव, अध्यक्ष बदलने की चर्चा हो रही है?
भक्त चरणदास ने कहा कि हमलोग बिहार का दौरा कर रहे हैं. पूरा आब्जर्वेशन किया जा रहा है़ कांग्रेस विधायकों के साथ बैठकें भी हुई हैं. इन सारी बातों को एक रिपोर्ट के तौर पर तैयार किया जा रहा है़ यह रिपोर्ट हाइकमान को जायेगी़ वहां से जो निर्णय होगा भविष्य में उसका पालन किया जायेगा़ निश्चित रूप से बिहार संगठन को मजबूत करने के लिए जो कार्रवाई होनी चाहिए, वह आगे होगी़
पार्टी कब तक राजद की पिछलग्गू बनी रहेगी?
भक्त चरणदास ने कहा कि कांग्रेस किसी पार्टी की पिछलग्गू नहीं है़ आने वाले समय में संगठन को मजबूत कर चुनाव में जाने का काम किया जायेगा़ जहां तक सदन में कांग्रेस पार्टी के एजेंडे की बात है तो सब लोग मजबूती से अपना काम कर रहे हैं. कांग्रेस विधायकों की बैठक की गयी है़ आगे और मजबूत तरीके से उभर का कांग्रेस आयेगी़ लोग बैंड पार्टी वालों को कांग्रेस में शामिल होने पर मजाक उड़ाते हैं. मैं पूछता हूं कि जब चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो क्या बैंड वाला किसी पार्टी का सदस्य भी नहीं हो सकता? क्या उसको वोट देने का अधिकार नहीं है?
Posted by Ashish Jha