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Prabhat Khabar EXCLUSIVE : बदल जायेगा पटना, सारण और वैशाली जिलों का नक्शा,जेपी सेतु, कंगन घाट और पहलेजा घाट अब होंगे पटना में

अब पटना, सारण व वैशाली जिलों का नक्शा बदल जायेगा. जेपी सेतु, पहलेजा घाट, कंगन घाट सहित सारण जिले की 3212 और वैशाली जिले की 331.5 एकड़ जमीन पटना जिले में आ जायेगी.

छपरा. अब पटना, सारण व वैशाली जिलों का नक्शा बदल जायेगा. जेपी सेतु, पहलेजा घाट, कंगन घाट सहित सारण जिले की 3212 और वैशाली जिले की 331.5 एकड़ जमीन पटना जिले में आ जायेगी.

सारण जिले के सोनपुर प्रखंड के दक्षिणवर्ती क्षेत्र के दियारा व नदी क्षेत्र की भूमि पटना जिले को स्थानांतरित हो जायेगी.

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के पत्र के आलोक में सारण जिले के सोनपुर अंचल के सीओ, संबंधित गांव के राजस्व कर्मचारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, अपर समाहर्ता व समाहर्ता ने अंतरजिला भू-हस्तानांतरण की सहमति दे दी है.

अब इस पर इसके लिए बनी कमेटी की अंतिम मुहर लगनी बाकी है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के माध्यम से इस संबंध में पटना प्रमंडल के आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी बनायी गयी है, जो सारण, वैशाली व बेगूसराय के कुछ क्षेत्रों को पटना जिले में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में लगी है.

सारण जिले की जिस भूमि को पटना जिले को देना है, उसमें सोनपुर अंचल के मौजा 169, 170 सबलपुर पहलेजा 168 चादर दो व पहलेजा 168 चादर तीन की टोपो लैंड जमीन बतायी जा रही है.

पहलेजा गांव की जो जमीन प्रशासन ले रहा है, उसकी चौहदी उत्तर में सबलपुर का अंश, दक्षिण में पटना जिला, पूरब में वैशाली जिला व पश्चिम में पहलेजा होगा.

इसी प्रकार पहलेजा गांव की जो जमीन पटना जिले को स्थानांतरित हो रही है, उसमें एक भाग में पहलेजा अंश उत्तर में, पटना जिला दक्षिण में, सबलपुर पूरब में और पहलेजा चादर तीन पश्चिम में है.

इसी प्रकार पहलेजा चादर तीन की जाे जमीन ली जा रही है, उसमें उत्तर में पहलेजा गांव का अंश, दक्षिण में पटना जिला, पूरब में पहलेजा और पश्चिम में दीघा-पटना शामिल होगा.

इस प्रकार राजस्व विभाग के निर्णय के आलोक में सारण जिले की 3212 एकड़ जमीन, जो पटना जिले को स्थानांतरित हो रही है, उसमें नदी के उत्तर सोनपुर की ओर स्थित टोपो लैंड जमीन के अलावा जयप्रकाश सेतु, कंगन घाट चिमनी घाट की सभी जमीन शामिल है.

योजनाएं भी पटना जिले में चली आयेंगी

कंगन घाट, गंगा नदी के अलावा पटना जिले के उत्तरी किनारे पर बनायी गयी कुछ सड़कों के अलावा जेपी सेतु का 90% हिस्सा सारण जिले में पड़ता है.

सरकार द्वारा प्रशासनिक व भौगौलिक सुविधा के मद्देनजर सारण जिले की 3212 एकड़ जमीन पटना जिले को स्थानांतरित की जा रही है. लेकिन, इस अंतरजिला भूमि स्थानांतरण में सारण जिले के नक्शे से कई पौराणिक स्थल अब सारण जिले के बदले पटना जिले के हिस्सा हो जायेंगे.

वहीं कई प्रस्तावित नयी योजनाएं जो सारण जिले में थीं, इस भूमि स्थानांतरण के बाद पटना जिले में चली जायेंगी.

पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने कहा कि जमीन स्थानांतरण के लिए कमेटी का गठन किया गया है.

फिलहाल दोनों जिलों से इस प्रस्ताव पर विचार-विमर्श चल रहा है, लेकिन अभी इस पर स्वीकृति नहीं हुई है.

वही सारण के डीएम डा देओर निलेश रामचंद्र ने कहा कि राजस्व व भूमि सुधार विभाग के निर्देशानुसार भौगोलिक व प्रशासनिक दृष्टिकोण से ही सारण जिले के सोनपुर प्रखंड के सबलपुर, पहलेजा गांव की टोपो लैंड जमीन समेत कंगन घाट से लेकर जेपी सेतु समेत 3212 एकड़ जमीन को पटना जिले करे स्थानांतरित करने की स्वीकृति दी गयी है.

Posted by Ashish Jha

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