Prabhat Khabar EXCLUSIVE : बिहार में 170 अपराधियों की जब्त की जायेगी संपत्ति, इओयू ने इडी को भेजा प्रस्ताव

अपराधियों द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति की जब्ती के लिए पुलिस विभाग की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की ओर से कार्रवाई तेज की गयी है. प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट 2002 व क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट ऑर्डिनेस 1944 के तहत इओयू की ओर से कार्रवाई करने की प्रक्रिया की जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 27, 2021 6:51 AM

पटना. अपराधियों द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति की जब्ती के लिए पुलिस विभाग की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की ओर से कार्रवाई तेज की गयी है. प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट 2002 व क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट ऑर्डिनेस 1944 के तहत इओयू की ओर से कार्रवाई करने की प्रक्रिया की जा रही है. इओयू की ओर से जारी अांकड़ों के अलावा अब तक लगभग 170 अपराधियों के अपराध से कमाये अवैध संपत्ति को जब्त करने का इडी को भेजा गया है. इन अपराधियों के अवैध रूप से अर्जित 299 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव है.

अब तक 25 मामलों में घोषणा पत्र जारी

इओयू के अपराध थाना द्वारा दर्ज कांडों के अभियुक्तों के विरुद्ध बिहार विशेष न्यायालय अधिनियम के अंतर्गत आय से अधिक संपत्ति जब्ती के लिए प्राप्त प्रस्तावों में से कुल 25 मामलों में घोषणा पत्र एवं आदेश निर्गत किया गया है. गौरतलब है कि इंदिरा आवास के आवंटन में गड़बड़ी करने वाले एक आरोपित मुखिया की 2.11 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई में आर्थिक मामलों में गड़बड़ी के अलावा साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है.

साइबर क्राइम पर भी नजर

केंद्र के तर्ज तक राज्य में पूर्ण नशामुक्ति के पालन के लिए एंटी नार्कोटिक्स टॉस्क फोर्स का भी गठन किया गया है. वहीं, साइबर अपराध के बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कुल 74 साइबर क्राइम एवं सोशल मीडिया मॉनीटरिंग के लिए यूनिट की स्थापना की गयी है. इसमें अब 740 पदों का सृजन किया गया है. एक यूनिट में दस कर्मी हैं. इंस्पेक्टर यूनिट के इंचार्ज होते हैं. इसके अलावा दो सब इंस्पेक्टर, एक प्रोग्रामर, दो सिपाही, तीन डाटा इंट्री ऑपरेटर को रखा गया है.

इडी ने अपराधी माधव दास की संपत्ति की जब्त

इडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने शुक्रवार को नक्सली से कुख्यात अपराधी बने माधव दास उर्फ गुरुजी उर्फ साहब की एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त कर ली. इसने अपने अलावा पत्नी, भाई समेत परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर एक करोड़ एक लाख 55 हजार से ज्यादा रुपये की अवैध अचल और चल संपत्ति जब्त की है. इन संपत्तियों का बाजार मूल्य इससे कहीं ज्यादा है.

जब्त की गयी संपत्तियों में सबसे ज्यादा झारखंड में मौजूद है. इसमें झारखंड के चतरा के पास पहारा और लंबोगढ़हा में पत्नी उर्मिला देवी के नाम पर मौजूद 68 लाख से ज्यादा की जमीन के पांच प्लॉट, जमशेदपुर में मानगो के पास बलिगुमा में 13 लाख से ज्यादा का एक फ्लैट, आधा दर्जन से ज्यादा बैंक खातों में जमा आठ लाख 87 हजार रुपये, पत्नी के नाम पर मारुति की वैगन-आर कार, भाई उमेश कुमार रविदास के नाम पर एक लाख से मूल्य की खरीदी गयी पांच अचल संपत्ति के अलावा साला योगेंद्र दास के नाम पर चतरा के हंटरगंज में पिंडरकला में छह लाख 86 हजार मूल्य की क्रशर प्लांट जब्ती सूची में शामिल है.

यह है माधव दास पूरा मामला

माधव दास पर पीएमएलए के तहत कार्रवाई करने के लिए 2019 में एसटीएफ ने इडी को इसे ट्रांसफर किया था. पहले नक्सली संगठन में शामिल हुआ. इसके बाद उसने अपना गैंग बनाकर बैंक डकैती शुरू कर दी. बिहार, झारखंड, ओड़िसा और पश्चिम बंगाल में 45 से ज्यादा बैंक डकैती को अंजाम देने के अलावा उसने कई स्थानों से बड़ी मात्रा में सोना भी लूटा है. झारखंड और पश्चिम बंगाल में 17 किलो और 15 किलो सोना लूट कांड को अंजाम दे चुका है. वर्तमान में वह ओड़िसा के अंगुला जिला के जेल में बंद है. वहां की बैंक डकैती मामले में पर फिलहाल उस पर सुनवाई चल रही है. उस पर चारों राज्यों के दर्जनों थानों में 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं.

Posted by Ashish Jha

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