प्रभात खबर इम्पैक्ट : पटना जीपीओ में 4.5 करोड़ के एफडी घोटाले में बड़ी कार्रवाई, मुख्य आरोपित मुन्ना बर्खास्त
पटना जीपीओ में वर्ष 2017-18 में एफडी मेच्योरिटी अमाउंट से कम का चेक जारी कर उसका पैसा वाउचर के माध्यम से निकालने का मामला प्रकाश में आया था.
सुबोध कुमार नंदन, पटना. पटना जीपीओ में 4.5 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले का मुख्य आरोपित काउंटर क्लर्क मुन्ना कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है.
पटना जीपीओ में वर्ष 2017-18 में एफडी मेच्योरिटी अमाउंट से कम का चेक जारी कर उसका पैसा वाउचर के माध्यम से निकालने का मामला प्रकाश में आया था.
प्रभात खबर ने इस घोटाले को उजागर किया था. प्रभात खबर ने घोटाले से संबंधित खबर चार अगस्त, 2019 को पहले पेज पर प्रकाशित किया था.
खबर प्रकाशित होने के बाद डाक विभाग ने घोटाले में शामिल पांच कर्मचारियों व अधिकारियों को निलंबित किया था.
इनमें मुख्य आरोपित काउंटर क्लर्क मुन्ना कुमार, डाक सहायक सुजय तिवारी, राजेश कुमार, सुधीर कुमार सिंह और आदित्य कुमार शामिल थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुन्ना कुमार की बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया गया है. इसके बाद मुन्ना कुमार को डाक विभाग की ओर से अब मिलने वाली पेंशन सहित किसी प्रकार का लाभ नहीं मिलेगा.
इस संबंध में पटना जीपीओ के चीफ पोस्ट मास्टर आरबी राम से संपर्क किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.
उपभोक्ता की शिकायत के बाद हुई जांच
उपभोक्ता से लिखित शिकायत मिलने के बाद पटना जीपीओ ने जांच कमेटी बनायी. इसके बाद कर्मचारियों के कंप्यूटर की जांच की गयी.
जांच के दौरान वर्षों से बंद एफडी और मंथली इनकम स्कीम से निकासी का मामला प्रकाश में आया था.
सूत्रों के अनुसार कोर बैंकिंग सॉल्यूशन सीबीएस सिस्टम के कारण मामला प्रकाश में आया था. ज्ञात हो कि फरवरी, 2015 में डाक विभाग के सभी डाकघरों को कोर बैंकिंग सॉल्यूशन से जोड़ा गया है.
Posted by Ashish Jha